हजारों प्रवासी मजूदरों के मसीहा सोनू सूद को जन्मदिवस की बधाई नहीं दोगे
भोपाल। आपको याद होगा कि जब कोरोना वायरस के कारण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूरे देश में लॉक डाउन की घोषणा की थी। तीन बार लॉक डाउन लगाए गए थे।
करीब तीन महिने से अधिक का समय लॉक डाउन में निकला था। इस दौरान अलग अलग राज्यों में रहने वाले करोडों भारतीय के सामने जीन मरने की नौबत आ गई थी।
लॉक डाउन लगाते समय भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री ने मजदूर, गरीब और महिलाओं को घर जाने के लिए केवल दो घंटे का समय दिया था।
जानकर दुुख तो होगा कि जिनके पास रेलवे का किराया तक नहीं था, क्या वो दो घंटे में बिहार से मुंबई या अन्य प्रदेश जा सकते थे।
गौर करने वाली बात तो यह है कि लॉक डाउन करते समय दो घंटे मे देश के सभी यातायात साधन बंद कर दिए गए थे।
सोनू सूद को जन्मदिवस की बधाई नहीं दी तो अधुरा सा लगेगा
भारत की सरकार से लॉक डाउन करते समय यह सोचा ही नहीं कि भारत के राज्यों के गरीब निवासी अलग अलग राज्यों में दो सौ तीन सौ रूपए रोज पर काम कर रहे है।
किराये के कमरे में रहकर छोटे छोटे बच्चों को पाल रहे है। रातों रात सब बंद कर देने से वो लोग सडकों पर आ गए।
काम चला गया। नौकरी नहीं होने से आमदनी रूक गई। मकान मालिक ने किराया मांगना शुरू कर दिया।
ऐसे में लाखों मजदूर पंदह सौ किलोमीटर से अधिक की दूरी पैदल तय करने निकल गए।
मैं उस दर्द या समय को बयां नहीं कर पाउंगा, जो लोगों ने भरी गर्मी में पुलिस के डंडे खाकर बिताए है। ये वो बात है जिस पर गुजरती है, वो ही समझ पाता है।
रोज मरने की खबर
गर्भवती महिलाएं अपने छोटे बच्चों को लेकर धूप में बिना खाए पीए पैदल घर जा रही थी। किसी सरकार को यह नहीं दिखा। कोई थाली तो कोई ताली बजाने में बिजी रहा।
हद तो यह है कि जब लोग गर्मी और भूख से मर रहे हैं तो सरकार विमान से फूलों की वर्षा करने में व्यस्त थी।
मानकर चलिए जिन लोगों ने 1947 का विभाजन वाला दौर नहीं देखा, लॉक डाउन में उनको वैसा समय देखने को मिला।
आंखों में आंसू आ रहे है, जब मैं यह लिख रहा हूं। लोगों के रोज मरने की खबर आती थी।
लेकिन एक नेता नहीं था, देश में जो आगे आकर कहें कि मैं तुमको घर पहुंचाने की जिम्मेंदारी लेता हूं।
मजदूर गरीब लोगों के रोज एक्सीडेंट में घर पहुंचने मे मौत की खबरे दिल दुखा देती थी।
भगवान बनकर आए सोनू सूद को जन्मदिवस की बधाई नहींं दोगे
हैरत की बात तो यह है कि लाखों रूपयों के बजट वाली केंद्र और राज्य सरकारें जब फेल हुई तो एक व्यक्ति ने इस काम का बीडा उठा लिया।
हजारों लोगों को एक टिविट पर घर पहुंचाने के लिए रात दिन एक कर दिए।
एक टिविट में जब किसी बिहार के व्यक्ति ने सोनू से घर जाने में मदद मांगी तो सोनू ने रिप्लाय किया तो चिंता क्यों कर रहा है, तेरे घर तक तुझको पहुंचाकर आउंगा।
मां को मेरा प्रणाम बोल देना। कहना चिंता नहीं करे उसका एक बेटा और जिंदा है, वो हर हाल में उसके लाल को घर लायेगा।
ऐसी एक नहीं हजारों कहानियां है। देश के कोने कोने से लोगों ने सोनू सूद को धन्यवाद किया है।
कई बहने जिनके छोटे बच्चे थे, साथ में पुरूष नहीं थे, उनको घर जाने के लिए केवल एक फोन या टिविट करना पडा।
सोनू सूद ने सभी को सुरक्षित रूप से घर पहुंचाकर उनका हाल चाल लिया।
क्या मोदी की जिम्मेंदारी नहीं थी घर पहुंचाने की
भारत के प्रधानमंत्री दिनरात टीवी पर दिखते है, पर किसी पत्रकार की हिम्मत नहीं हुई कि कैसे एक आदमी इतने लोगों को घर पहुंचा रहा है, लेकिन आप क्यों नहीं कर पा रहे हो।
आपकी पार्टी के शासित राज्यों में बसों की संख्या पर राजनीति हो रही है, लेकिन लोगों को घर नहीं पहुंचाया जा रहा है।
क्या नोटबंदी की तरह केवल दो घंटे देकर भारत को बंद कराने का निर्णय तर्क संगत था।
प्रिय मोदी जी आप यहां पर चूक गए। काश आप सोनू सूद की जगह खुद आते और कहते कि एक भी आदमी पैदल घर नहीं जायेगा।
समय रहते उनके लिए रेलवे चालू कर देते और घर पहुंचा देते तो लोगों की बहुत दुआएं आपको मिलती। लगता है इश्वर को यह कार्य केवल सोनू सूद से ही कराना था।
रोजगार भी सोनू देंगे
प्रवासी मजदूरों के लिए सोनू सूद ने प्रवासी रोजगार डॉट काम के नाम से वेबसाइट प्रारंभ की है। एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है। वो नंबर है 1800121664422 है।
इस नंबर या वेबसाइट पर आकर रोजगार के अवसर ढूंढ सकते है।
प्रवासी रोजगार सोनू सूद की और से एक पहल है, जो ऐसे लोगों की मदद करने के लिए है, जो बेरोजगार है , और आजीविका का एक स्थिर स्त्रोत खोजने के लिए संघर्ष कर रहे है।
सोनू सूद का मिशन उन प्रवासी कामगारों को जॉब लिंकेज और कैरियर की प्रगति प्रदान करना है।
जिन्हें नौकरियों की जरूरत है। उनकी वेबसाईट पर कई बडी कंपनियां रजिस्टर्ड है।
सोनू सूद को जन्मदिवस की बधाई
सोनू भाई आप बूरा नहीं मानना कि हम आपको सलमान या शाहरूख खान की तरह उपनाम की संज्ञा दिए बगैर ही सीधे सोनू भाई बुला रहे है।
वो हम इसलिए कह रहे है कि हमें लगता है आप हमारे परिवार के हो। दोस्त हो। बडे भाई हो। रिश्तेदार हो।
बिना हिचक के हम आपसे बात कर रहे है। इसलिए माइंड मत करना। सबसे पहले आपको जन्मदिन की बहुत बहुत बधाई हो।
इश्वार आपको स्वस्थ रखे, आपके पास धनलक्ष्मी की कभी कमी नहीं हो। यश आपका लगातार बढता रहे।
सबसे खास बात आप इसी तरह जीवनभर नेक दिल इंसान बने रहो, मैं इश्वर से ऐसी प्रार्थना करता हूं।
HAPPY BIRTHDAY SONU BHAI, WE LOVE YOU….