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Mp outsource employee madhya pradesh 2021 -मप्र में आउटसोर्स कर्मचारियों का भविष्य अधर में, सरकार वादा करके भूल जाती है…

Mp outsource employee madhya pradesh 2021 -outsource karmchari news mp- बिजली कंपनियों में नये पद भरने के बजाय पुराने कर्मचारियों पर छंटनी की गाज, कलेक्‍टर रेट केवल 10 से 11 हजार रूपये में चलाना पडता है अपना जीवन … 

Online desk, Bhopal 

 मध्यप्रदेश में आउटसोर्स कर्मचारियों का भविष्‍य अधर में है. उनके नियमितीकरण की बात तो कर्मचारी संगठन (outsource karmchari sanghatan) भी नहीं करते है, इसलिये शायद सरकार भी उनकी तरफ ध्‍यान नहीं देती है. प्रदेश में संविदा कर्मचारियों के हाल फ‍िर भी ठीक है. नियमित कर्मचारियों के बराबर सैलरी ले रहे है, तीन साल के बाद कांट्रेक्‍ट रिन्‍यू होता है. जबकि आउटसोर्स कर्मचारियों कलेक्‍टर रेट (collector rate) पर काम करना पड़ रहा है. बात बात पर उनको निकाल दिया जाता है. उनकी सुनवाई भी कहीं नहीं होती है. चुनाव के समय सभी को 28 हजार आउटसोर्स कर्मचारी  याद आते है, जैसे ही चुनाव खत्‍म हुए आउटसोर्स कर्मचारियों को उनके हाल पर छोड़ दिया जाता है. शोषण, दुर्व्‍यहार तो उनकी जिंदगी का हिस्‍सा है. कम सैलरी की मार अलग से पड़ रही है. उनके दुख, दर्द और पीड़ा की तरफ कोई ध्‍यान नहीं दे रहा है.

karmchari news mp- प्राइवेटाइजेशन से छंटनी का खतरा-आउटसोर्स कर्मचारी मध्‍यप्रदेश 2021-MP JOBS-Mp outsource employee madhya pradesh 2021

प्रदेश की विभिन्‍न बिजली कंपनियों में (mpeb outsourcing karmchari news mp) 28 हजार कर्मचारी कर्मचारी आउटसोर्स पर काम कर रहे है. केंद्र सरकार के निर्देश पर बिजली कंपनियों को प्राइवेट करने की प्रक्रिया तेज हो गई है. ऐसे में इतने कर्मचारी तो प्राइवेट कंपनियां नहीं रखेगी. कर्मचारियों की छंटनी तय है. प्राइवेटाइजेशन के समय तत्‍काल तो नहीं करेंगे. लेकिन जैसे छह माह का समय निकलेगा, कर्मचारियों की छंटनी विभिन्‍न कारणों को लेकर कर दी जायेगी. सरकार इन कर्मचारियों को सुरक्षित उपकरण नहीं दे पा रही है, जिससे बड़ी संख्‍या में आउटसोर्स कर्मचारियों की काम करते हुए मृत्‍यू हो रही है. अब सोचिये जब प्राइवेट कंपनी के हाथ में सबकुछ चला जायेगा, तब क्‍या ये कंपनियों कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए कुछ करेगी. आउटसोर्स कर्मचारियों के अलावा समाज के दूसरे तबके के लोगों को भी प्राइवेटाजेशन का विरोध करना चाहिये.

नियमित नहीं कर सकते तो सैलरी अच्‍छी दे दो-आउटसोर्स कर्मचारी मध्‍यप्रदेश 2021-MP JOBS

मप्र के आउटसोर्स कर्मचारियों का कहना है कि जब तक नियमित नहीं कर पा रहे हैं, तब तक कर्मचारियों को बेहतर सैलरी ही दे दी जाये. जिससे उनकी कुछ मुश्किलें ही कम हो जाये. जान तो जोखिम में है ही, कम सैलरी में परिवार चलाना मरण से कम नहीं है. प्रत्‍येक आउटसोर्स कर्मचारियों (mp karmchari samachar) को कम से कम 25 हजार रूपये प्रतिमाह सैलरी मिलना चाहिये. आउटसोर्स कर्मचारियों से 24 घंटे काम तो लिया जाता है, लेकिन बढ़ी हुई सैलरी नहीं दी जाती है.

बेरोजगार सड़कों पर घूम रहे है, नई भर्ती का अता पता नहीं-आउटसोर्स कर्मचारी मध्‍यप्रदेश 2021- karmchari news mp-mp karamchari news

जब मप्र में वर्ष 2019 में कांग्रेस की सरकार बनी थी, तब बिजली कंपनियों में 26 हजार पदों पर आउटसोर्स कर्मचारियों की भर्ती के लिए टेंडर निकाला जाने वाला था. बिजली कंपनी में कर्मचारियों की कमी (mpeb outsourcing karmchari news mp) को देखते हुए नई भर्ती करने का निर्णय लिया गया था. प्रोग्रामर, सब स्टेशन के लिये ऑपरेटर, डाटा एंट्री ऑपरेटर, चपरासी, बाबू आदि कर्मचारियों को आउटसोर्स के माध्यम से मध्यप्रदेश की तीनों विद्युत वितरण कंपनियों में नियुक्‍त किया जाना था.

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