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एमपीपीएससी मेंस में विचारक नेहरू, कौटिल्‍य, गांधी, पटेल, अंबेडकर सहित की तैयारी के बिना नहीं पहुंच पाएंगे इंटरव्यू तक , इन विचारकों का अध्ययन कैसे करे, यह बताएंगे इस पोस्ट में …

एमपीपीएससी मेंस में विचारक नेहरू, कौटिल्‍य, गांधी, पटेल, अंबेडकर सहित की तैयारी के बिना नहीं पहुंच पाएंगे इंटरव्यू तक , इन विचारकों का अध्ययन कैसे करे, यह बताएंगे इस पोस्ट में …

ONLINE DESK, BHOPAL

एमपीपीएससी (MPPSC) की तैयारी कर रहे ऐसे छात्र भी है, जिनकी प्रीलिम्स (PRELIMS) की तैयारी हो चुकी है, वह प्रीलिम्‍स का कोर्स खत्म कर चुके है. वह अभी से मेन्स की तैयारी में जुट गये है. उनका मानना है कि प्रीलिम्स की परीक्षा में कोविड के कारण देरी हुई है. अब कोविड की लहर कम होने के साथ ही राज्य सरकार कुछ छूट देने का मन बना रही है. ऐसे में जून माह में एमपीपीएससी प्रीलिम्स (MPPSC PRELIMS) की परीक्षा हुई तो प्री के परिणाम में ज्यादा समय नहीं लगेगा. इसलिए प्री के रिजल्ट के बाद मेन्स की तैयारी में कम समय मिलेगा. इसको देखते हुए अभी से ही मेन्स (MAINS) की तैयारी पर भी फोकस करना चाहिये. इस दौरान ऐसे प्रश्‍नों को हल किया जाना चाहिए, जो प्री और मेंस दोनों में पूछे जाते है. हम बात कर रहे थिंकर्स की. भारतीय थिंकर्स (THINKERS) के संबंध में एमपीपीएससी प्रीलिम्स और मेन्स में लगातार प्रश्न पूछे जाते है. ये सिलेबस में भी है. मुख्यतः- 8 विचारकों पर फोकस करना चाहिए.इसमें कौटिल्य, महात्मा गांधी, नेहरू, सरदार पटेल, डॉ अंबेडकर, राम मनोहर लोहिया, जयप्रकाश नारायण (जेपी) और दीनदयाल उपाध्याय है. ये आठ विचारक मेन्स के जीएस के दूसरे पेपर के सिलेबस में है. अब बात करते है इनको कैसे पढ़ा जाना चाहिये. थिंकर्स पर जब भी यूपीएससी या पीएससी प्रश्न पूछती है, तो वह उनके सिद्धांत या उस समय के काल के संबंध में प्रश्‍न पूछती है. थिंकर्स को पढ़ने का सबसे अच्छा तरीका है, पहले उनके लिखी हुई बुक्‍स का गंभीरता से अध्ययन किया जाये. बुक्स पढ़ते समय आपको यह समझ में आने लगेगा कि वह अपनी बुक्स में किस बात पर अधिक फोकस कर रहे ह. उस बात को अंडरलाइन (UNDERLINE) करते हुए उसके आसपास पूछे जाने वाले प्रश्नों की सूची बनाइए. इसके अलावा ऐसी बुक्‍स भी पढ़े, जिसमें इन थिंकर्स को क्रिटिसाइज या उनकी फिलॉसफी पर सवाल किए गए है. ऐसे कोई थिंकर्स नहीं है, जिन पर सवाल नहीं हुए हो. इन आलोचना वाली बुक्‍स को पढ़ने से आपको आलोचनात्‍मक मूल्यांकन करना आसान होगा. इसके अलावा थिंकर्स की जन्म दिवस या निर्वाण पर सरकार के द्वारा कोई नई योजना या नया काम किया जा रहा है, उस पर भी नजर बनाए रखना चाहिये. कई बार पीएससी थिंकर्स (THINKERS) को वर्तमान नजर से देखते हुए प्रश्न करता है….

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