MPPSC

Strategy for preparation of MPPSC in last 1 month….

Mppsc Ki Tayari has to be done throughout the year, but one month before the exam, only revision and test paper should be solved, if you are starting preparation now, instead of reading in detail, complete the syllabus in short…

Artical Source: Laxmi sharan Mishra


strategy for preparation of mppsc in last 1 month:  Mppsc Ki Tayari कर रहे  छात्रों के पास तैयारी करने के लिए बहुुत कम समय बचा है. 24 अप्रैल 2022 को प्रीलीम्‍स परीक्षा होने जा रही है. अधिकांश छात्र परीक्षा के ठीक एक माह पहले तैयारी शुरू करते है, ऐसे में वह जानना चाहते है कि बचे एक माह में तैयारी किस तरह की जाये कि वह एमपीपीएससी प्रीलीम्‍स 2022 क्‍लीयर कर ले.परीक्षा को पास करने का कोई शार्टकट नहीं होता है, लेकिन कुछ ट्रिक्‍स होती है, जिससे सिलेबस को शार्टकर केवल परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्‍नों को टार्गेट कर तैयारी की जा सकती है. इस आर्टिकल में हम आपको आखिरी एक महिने में तैयारी के लिए कुछ बहुत ही महत्‍वपूर्ण टिप्‍स देने जा रहे है…

“रूटीन और रिवीजन पर करें फोकस”-strategy for preparation of mppsc in last 1 month

  •  दिमाग को शांत रखने के लिए आपके अगले 4 हफ्ते बहुत व्यवस्थित होने चाहिए. इसलिए आज ही एक रूटीन चार्ट बनाइये, जिसमें उठने से लेकर रात में सोने तक का प्रॉपर रूटीन तय कीजिये…कुछ भी हो जाए इस रूटीन को ना छोड़ें.
  • डर को खुद पर हावी ना होने देने का सबसे अच्छा तरीका है, तैयारी करने वाले दूसरे लोगों, कोचिंग टीचर्स, यूट्यूब पर टिप्स देने वालों, बुक स्टोर्स व एग्जाम से जुड़े हर व्यक्ति से दूरी बना ले. आपने अब तक जो भी पढ़ा है, उस पर ही फोकस करे. क्‍योंकि अगले एक माह में आप ऐसा कुछ नहीं होने वाला, जिसे नहीं जानोगे तो तो एग्जाम में फेल हो जाओगे.
  • कॉन्फिडेंस बढ़ाने का सबसे अच्छा तरीका है…अब तक जो पढ़ा है उसे बार बार रिवाइज़ करना. कुछ नया पढ़ने की वजाय अब केवल अपने नोट्स, बेसिक बुक (लुसेंट) को ही बार बार पढ़ें. अगले 1 महिने में आप हर सब्जेक्ट को कम से कम दो बार रिवाइज़ कर सकते हैं बशर्ते कि आपके पास रिवीजन का एक प्रॉपर टाइमटेबिल हो, आपका रूटीन पत्थर की लकीर हो.
  • एक दूसरे से सवाल पूछना. अपने सबसे अच्छे दोस्त के साथ कोआर्डिनेट कर एक जैसा टाइम टेबल बना लीजिये. एक ही टॉपिक दिन भर अलग अलग बैठकर याद कीजिये और फिर शाम को 2 घंटे साथ में बैठकर उस टॉपिक पर एक दूसरे से सवाल पूछिए. जिस सेक्शन से सवाल ना बन रहे हों उस टॉपिक को दोबारा याद करिये.
  • CSAT की प्रैक्टिस बहुत जरूरी है …इसलिए अगर अब तक इस पेपर की प्रैक्टिस नहीं की है तो मार्केट जाकर अरिहंत के 15 मॉक टेस्ट की प्रैक्टिस बुक ले आइये और उसके हर टेस्ट को प्रॉपर टाइम सेट कर मॉक की तरह सॉल्व कर लीजिये.
  • एग्जाम की प्रैक्टिस के लिए हर दिन एक GS मॉक सॉल्व कीजिये…पर ध्यान से ऐसे मॉक उठाइये जिनका लेवल ना तो एग्जाम से बहुत नीचे हो ना ही बहुत ऊपर. दोनों तरह के मॉक्स आपके लिए घातक हो सकते हैं .

वैसे भी मॉक लगाने का उद्देश्य अब अपनी पढ़ाई को चेक करना होना चाहिए ना कि नए प्रश्न ढूंढना. इसलिए अगर मॉक का कोई प्रश्न नहीं बनता है तो सबसे पहले ये देखिये कि इस प्रश्न के एग्जाम में आने की कितनी संभावना है. यदि उस प्रश्न के एग्जाम में आने की संभावना है तो ही उसे याद करिये…अन्यथा छोड़ दीजिये।

नोट – मार्केट में मौजूद ज्यादातर मॉक एग्जाम के एप्रोच से मैच नहीं करते इसलिए दिन भर मॉक सॉल्व कर करके अपना कॉन्फिडेंस मत बिगाड़िए।

याद रखिये ..सलेक्शन दो ही चीज़ों से होता है,  जो पढ़ा है उसे अच्छे से रिवाइज़ करने से , कॉन्फिडेंस अच्छा रखने से ताकि अनुमान सटीक बैठें।

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