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यूपीएससी टॉपर 2019 ने कहा, इंग्लिश को अपरहैन्‍ड, हिन्‍दी के लिए टफ सिचवेशन

 

यूपीएससी टॉपर 2019 ने कहा, इंग्लिश को अपरहैन्‍ड, हिन्‍दी के लिए टफ सिचवेशन,

मप्र के  टॉपर प्रदीप सिंह के टिप्‍स  बहुत काम आपके आयेंगे

यूपीएससी के प्रथम टॉपर का नाम भी प्रदीप सिंह है, जो एमपी से नहीं है

भोपाल। यूनियन पब्लिक सर्विस कमिशन (यूपीएससी)  का पैटर्न कहीं ना कहीं इंग्लिश मीडियम छात्रों को अपरहैन्‍ड देता है। पढाई के लिए रिसोर्सेस भी इंग्लिश में अच्‍छे है।

इंग्लिश मीडियम के छात्रों को यूपीएससी में थोडी सहुलियत होती है। सरकार को इस बारे में कुछ सोचना चाहिये, संभवत: ऐसा सोच भी रही होगी।

यह कहना है यूपीएससी के एमपी  टॉपर प्रदीप सिंह का।  प्रदीप सिंह को यूपीएससी 2019 में 26 वीं रैंक हासिल हुई है। वह मध्‍यप्रदेश के इंदौर शहर के रहने वाले है।

प्रदीप सिंह इससे पहले भी यूपीएससी का एक्‍जाम क्‍लीयर कर चुके है। उनकी पिछले साल 93 रैंक बनी थी। 92 रैंक तक सभी को आईएएस अवार्ड हो गया था।

लेकिन 93 रैंक को इंडियन रेवेन्‍यु सर्विसेस (आईआरएस) आवंटित हुई थी। इस वजह से प्रदीप सिंह ने फिर से  तैयारी करते हुए 26 वीं रैंक लाकर अपना आईएएस बनने के सपने को  पूरा किया।

आज भास्‍करजॉब्‍स ने  प्रदीप सिंह से विस्‍तार में बात की है। उनका पूरा साक्षात्‍कार नीचे दिया गया है। जरूर पढिये और सपना पूरा कीजिये।

 

QUE- आप यूपीएससी टॉपर 2019  हो

 

ANS-नहीं मैं, नहीं, मेरी रैंक 26 आई है। जबकि वो प्रदीप सिंह दूसरे है, जिनकी रेंक प्रथम आई है।

मेरा और उनका नाम समान है, इसलिये ये कन्‍फयूजन हो रहा है। इस वजह से बधाई भी ज्‍यादा मिल रही है, हंसते हुए कहा।

 

QUE- सफलता का श्रेय किसे देते है

 

ANS-मेरी सफलता में मेरे दादाजी, पिताजी, माताजी और भाई का बहुत ही महत्‍वपूर्ण रोल है।

 

QUE-कितने घंटे पढाई करते थे

 

ANS-देखिये ये सहीं नहीं होगा कि पढाई को घंटे से देखा जाये। मुझे कभी ये याद नहीं रहा कि मैं कितने घंटे पढता हूं।

18 से 20 घंटे तो केवल कोई सुपर हयूमन ही कर सकता है। जो भी पढ रहे हैं पूरी एकाग्रता से पढना चाहिये।

 

QUE-क्‍या इंग्लिश मीडियम को फायदा मिलता है

 

ANS-हां, ये सच है कि यूपीएससी में इंग्लिश मीडियम को अपर हैन्‍ड होता है। उनको पढने के लिए अच्‍छे रिसोर्सेस इंग्लिश में मिल जाते है।

लेकिन ऐसा भी नहीं है कि हिन्‍दी मीडियम वाले सफल नहीं हो पाते है। थोडी ज्‍यादा मेहनत करना पडती है।

 हिन्‍दी मीडियम वाले छात्र या छात्रा को सफलता मिल जाती है।

 

QUE-तैयारी किस उम्र में शुरू कर दी थी

 

ANS-वैसे तो ठीक ठीक मुझे याद नहीं है, जब मैंने यूपीएससी के लिए गंभीरता से सोचना शुरू किया था।

सातवीं या आठवीं में जब पढ रहा था, तब मेरे भाई ने मुझे सिविल सर्विसेस के बारे में बताया था।

उसके बाद मैंने स्‍कूलिंग के साथ यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी थी।

कॉलेज के समय भी अधिकांश समय लाइब्रेरी में बैठकर यूपीएससी की तैयारी करता था। मेरी शिक्षा बीकॉम तक है।

 

QUE-कहते है जब या तो यूपीएससी या पिफर कुछ नहीं

 

ANS-ऐसा नहीं है कि आप यूपीएससी में सफल नहीं हए तो आप कहीं के नहीं रहोगे। यूपीएससी की तैयारी करने वाला कभी फैल नहीं होता है।

उसके पास बहुत नॉलेज होती है। वह यूपीएससी ने सिलेक्‍ट नहीं हो पाया, तब भी उसके पास दूसरे बेहतरीन कैरियर ऑप्‍शन होते है।

इसलिए सकारात्‍मक तरीके से देखा जाना चाहिये।

 

QUE-आपका जीवन का लक्ष्‍य क्‍या था

 

ANS-मेरा शुरू से जीवन का एकमात्र लक्ष्‍य आईएएस बनना था। पिछले साल जब मुझे आल इंडिया में 93 रैंक मिली थी, तब लग रहा था कि मेरा सपना पूरा हो गया है।

लेकिन मुझे आईएएस नहीं मिल पाया और मुझे आईआरएस से संतोष करना पडा। इसके बाद मैंने कार्यालय से छुटटी ली और दोबारा से एक्‍जाम की तैयारी में जुट गया।

इस साल मैंने अपने लक्ष्‍य को हासिल कर लिया। इस साल सफल नहीं होता, तब भी मैं अगले साल तैयारी करता। मुझे मेरा सपना हर हाल में पूरा करना था।

 

QUE-आईएएस बनकर क्‍या करना चाहते है

 

ANS-देखिये, मेरा आईएएस बनकर कुछ नहीं करना आईएएस पद की तौहीन होगी। मैं समाज के निचले तबके लोगों के लिए कछ करना चाहता हूं।

मैं उसमें सफल नहीं रहा तो मेरे आईएएस बनने का कोई फायदा नहीं होगा। मैं सोसायटी में चेंज लाने की मंशा से आईएएस बना हूं।

 

QUE-सिविल सर्विसेस की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए गुरूमंत्र क्‍या देंगे

 

ANS-मेरी उम्र गुरूमंत्र देने की नहीं है। वेसे अगर आप तैयारी कर रहे हैं, तो कुछ बातों का ध्‍यान जरूर रखे।

आपका विजन क्‍लीयर होना चाहिये। मेहनत में कम करके सफलता हासिल नहीं की जा सकती है।

सबसे खास बात आपका रवैया। चार लोग क्‍या कहेंगे तो इसमें पडे तो आप कुछ नहीं कर पायेंगे। हमेशा सकारात्‍मक रवैया रखे।

जो भी पढे पूरी तन्‍मयता के साथ पढे। बेहतर हो अपनी तैयारी के लिए किसी बेहतर गुरू से मागदर्शन से ले।

मैं यहां कोचिंग को प्रमोट नहीं कर रहा हूं। आगामी भविष्‍य के लिए सभी छात्र और छात्राओं को मेरी तरफ से अग्रिम शुभकामनाएं।

   

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