भोपाल। मध्यप्रदेश के बाद देश के दो बड़े राज्यों ने अपने यहां पोस्ट ग्रेजुएशन (post graduation) और अंडर ग्रेजुएशन (under graduations) की परीक्षाओं पर रोक लगा दी है। ऐसा उन्होंने कोरोना वायरस की बढ़ते मरीजों को देखते हुए किया है।
इनमें राजस्थान और पंजाब राज्यों ने महामारी के कारण छात्रों को राहत देते हुए परीक्षाएं नहीं कराने का निर्णय लिया है। पंजाब सरकार का कहना है कि अभी परीक्षाएं निरस्त की गई है।
पूर्व की परीक्षाओं के आधार पर मार्किंग कर दी जायेगी। वहीं जो छात्र परीक्षा देना चाहते है, उनको परीक्षा देने का विकल्प दिया गया है। गौरलब है कि देश में कोरोना मरीजों की संख्या 6 लाख से ज्यादा हो गई है।
इसके चलते अधिकांश राज्यों ने ( post graduation) परीक्षाओं की तिथि को या तो बढ़ाया है या फिर निरस्त किया है। यहां सीबीएसई और आईसीएसई तक ने परीक्षाओं को निरस्त कर दिया है। 15 जुलाई तक पूर्व की परीक्षा के आधार पर रिजल्ट घोषित कर देंगे।
(post graduation exam) सरकारों ने रिस्क नहीं लेते हुए निर्णय लिया-
कोरोना वायरस के चपेट में बुजूर्ग और बच्चों के आने के कारण राज्य सरकारों ने रिस्क नहीं लेते हुए निर्णय लिया है। हालांकि एनएसयूआई ने परीक्षा निरस्त करने की मांग करने के साथ ही जनरल प्रमोशन देने की मांग की है।
इस मांग को कई राज्यों ने माना है। मप्र में जनरल प्रमोशन दिया गया है। जबकि कांग्रेस शासित राज्यों ने जनरल प्रमोशन की मांग को देरी से पूरा किया है।
एनएसयूआई ने जनरल प्रमोशन की मांग पूरा होने को लेकर जीत होने की बात कहीं है।
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी एनएसयूआई को बधाई देते हुए कहा है कि छात्रों के हितों के पक्ष में सदा रहो।