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व्‍यापमं फर्जीवाड़ा पार्ट 2- जांच की केवल कृषि विस्तार अधिकारी भर्ती नहीं, बल्कि ग्रुप 2 भर्ती परीक्षा, जेल प्रहरी भर्ती परीक्षा, सब इंजीनियर भर्ती को भी लाया जाए जांच के दायरे में, जांच के नाम पर लीपापोती तो नहीं होगी राय बहादुर साहेब…

व्यापमं घोटाला- केवल कृषि विस्तार अधिकारी भर्ती नहीं, बल्कि ग्रुप 2 भर्ती परीक्षा, जेल प्रहरी भर्ती परीक्षा और एमपीयूडीसी सब इंजीनियर भर्ती को भी लाया जाए जांच के दायरे में, जांच के नाम पर लीपापोती तो नहीं होगी राय बहादुर साहेब…

-मैपआईटी को दिया कृषि विस्तार भर्ती परीक्षा की जांच का जिम्मा, एक सप्ताह में सौंप देगी जांच रिपोर्ट, जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की मांग, क्या राजनेताओं की जांच भी होगी या उनको मिलेगा अभयदान

Online desk, bhopal

व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) द्वारा आयोजित 10 और 11 फरवरी को हुई कृषि विभाग की ग्रामीण विस्तार अधिकारी एवं वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी (कार्यपालक) भर्ती परीक्षा में हुई गड़बड़ी की जांच शुरू हो गई है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व में ही जांच के आदेश दे दिये थे. इसके बाद पीईबी के अध्यक्ष केके सिंह ने सीएम के आदेश को गंभीरता से लेते हुए मैप आईटी को जांच करने को कहा. मैप आईटी एक सप्ताह के भीतर जांच रिपोर्ट सौंप देगी. अब सवाल उठता है कि कृषि विस्तार अधिकारी भर्ती परीक्षा में धांधली तो अभ्यर्थियों ने उजागर की है. इसका श्रेय तो किसी मीडिया को नहीं जाता. छात्रों ने अपने हक के लिए आवाज बुलंद की, तब कहीं इस भर्ती में गड़बड़ी की बात सामने आई. क्या जांच में केवल अधिकारी और एजेंसी ही दोषी है? क्या कोई राजनीतिक एंगल नहीं है? बिना राजनीतिक एप्रोच के कोई छात्र या अभ्यर्थी परीक्षा में टॉप कर सकता है? इस पर जांच होगी या केवल लीपापोती. एजेंसी को सस्पेंड करने से या किसी अधिकारी को सस्पेंड करने के बजाय इस भर्ती में धांधली करने वाले राजनेताओं को कोई उजागर करेगा? इसके अलावा पूर्व में हुई ग्रुप 2 भर्ती परीक्षा, जेल प्रहरी भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी नहीं हुई होगी, इसकी गारंटी कौन लेगा? इसलिये राज्‍य सरकार को निष्‍‍‍‍‍पक्ष एजेंसी से व्यापमं घोटाला पार्ट-2 की विस्‍तृत जांच के से आदेश जारी करना चाहिये…

व्यापमं घोटाला-vyapam ghotala latest news in hindi

दरअसल जब कृषि विस्तार अधिकारी भर्ती की परीक्षा हुई और उसका परिणाम जारी हुआ तो कुछ ऐसे छात्र पास हो गये, जो विश्वविद्यालय स्‍तर पर काफी फिसड्डी थे. परीक्षा में शामिल उम्मीदवारों को  200 में से 175 से 195 तक अंक आ गये. जबकि उक्त उम्मीदवारों के दसवीं, बारहवीं और यूजी-पीजी में ज्यादा अच्छे अंक नहीं आये थे. इसके बाद इन टॉपर छात्रों के नाम उजागर कर उनके परिणाम के बारे में जानकारी दी और सड़कों पर उतर गये. 15 हजार से ज्यादा छात्र इंदौर से भोपाल तक पदयात्रा निकालने वाले है. इसके साथ वे जेल भरों आंदोलन तक शुरू करने वाले है. छात्र चाहते है कि ये परीक्षा निरस्‍त हो और गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाये.

व्‍यापमं घोटाला पार्ट-2 के ये है संदिग्ध

शिवकुमार शर्मा, मनीष शर्मा, जितेन शर्मा, रविन्‍द्र शर्मा, निवेश शर्मा, दीपक कुमार पिप्‍पल, दीपक रावत, संजय शर्मा, बलराम त्‍यागी सहित अन्‍य. भास्कर जॉब्स इन लोगों को संदिग्‍ध मानता है, इनको सीधे तौर पर आरोपी नहीं मानता है. 

व्‍यापमं घोटाला पार्ट-2 की जांच सीबीआई से हो

विधानसभा में शून्यकाल के दौरान वरिष्ठ कांग्रेस विधायक डॉ. गोविंद सिंह ने कृषि विस्तार अधिकारी भर्ती परीक्षा में हुई गड़बड़ी की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है. कांग्रेस विधायक सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि बीएससी में जो चार चार बार फेल हुए है, उनका चयन हो रहा है. मप्र में गजब की सरकार चल रही है. गरीब बच्‍चों का हक मारा जा रहा है. इसके पहले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, विधायक डॉ. हीरा सिंह अलावा, विधायक कुणाल चौधरी सहित कई विधायकों ने व्‍यापमं घोटाला पार्ट-2 की जांच के लिए एसआईटी के गठन की मांग की थी…. 

ग्रुप-2 सब ग्रुप 4 भर्ती परीक्षा में भी गड़बड़ी के आसार-vyapam ghotala mp news in hindi

हाल ही में हुई ग्रुप-2, सब ग्रुप- 4 भर्ती परीक्षा में नियमों का पालन नहीं होने का खुलासा हुआ है. एग्जाम एजेंसी ने एग्जाम इंजन सॉफ्टवेयर से आधार सर्वर को इंटीग्रेट नहीं किया है. एग्जाम हाल में भर्ती की औपचारिकता आधार वेरिफिकेशन एजेंसी ने अपने लोकल सर्वर पर ही करा लिया. यह खुलासा पीईबी के द्वारा एग्जाम एजेंसी  एनएसआईटी मुंबई को 11 फरवरी को दिये नोटिस में हुआ है. नोटिस में एनएसआईटी को सभी एग्जाम सेंटर्स पर एग्‍जाम इंजन सॉफ्टवेयर को आधार से इंटीग्रेट करने, सभी परीक्षा केंद्रों पर आइरिस स्‍कैनर लगाने को कहा है. इसके साथ ही एग्जाम इंजन सर्वर से आधार के इंटीग्रेशन  के बिना परीक्षा पर रोक लगाने को कहा है. 

व्यापमं घोटाला-जेल प्रहरी भर्ती परीक्षा भी बिना आधार लिंक के परीक्षा का आरोप

बताया जाता है कि एनएसआईटी ने जेल प्रहरी भर्ती परीक्षा में एग्‍जाम इंजन सॉफ्टवेयर को आधार से बिना इंटीग्रेट कराई है. पीईबी नियमों के तहत‍ वेरिफिकेशन नहीं होने के कारण एग्जाम एजेंसी ने परीक्षार्थियों को अपनी मर्जी से सीट और लैब आवंटित की. जेल प्रहरी भर्ती परीक्षा में करीब 3 लाख से ज्‍यादा परीक्षार्थी भाग लिया और परीक्षा दी है.

व्यापमं घोटाला-एनएसआईटी मुंबई एजेंसी पर डॉ आनंद राय के आरोप

डॉ. आनंद राय ने वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी (sado) और ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी (raeo) के रिजल्ट पर रोक लगाने की मांग की है. उन्‍होंने कहा है कि  server Data को संरक्षित रखा जाए ताकि रिकॉर्ड से कोई छेड़छाड़ न कर पाए।

नीचे दी गई जानकारी छात्रों द्वारा जुटाई गई है, व्यापम द्वारा जारी Answer Key के आधार पर संभावित अंक हैं।

  1. पीईबी ने वर्तमान में अपनी परीक्षाएं सम्पन्न कराने का टेंडर मुंबई की जिस NSEIT कम्पनी को दिया है यह कंपनी देश की ज्यादातर परीक्षाओं के आयोजन में  सुरक्षा मापदंडों के साथ परीक्षा सम्पन्न कराने में पूरी तरह विफल रही है। इस कम्पनी ने अपनी सुरक्षा में सेंध लगवाने के कीर्तिमान देशभर में स्थापित किये है। इस कम्पनी को उत्तर प्रदेश , तमिलनाडु, जैसे कई राज्यों में परीक्षाओं में पेपर लीक होने के बाद ब्लैकलिस्ट किया जा चुका है । वर्ष 2017 में उत्तर प्रदेश सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में इस कम्पनी को ब्लैक लिस्ट किया जा चुका है। उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने 25 और 26 जुलाई को हुई पुलिस उपनिरीक्षक की ऑनलाइन परीक्षा का प्रश्नपत्र हैक करने वाले गिरोह के कुछ  सदस्यों को गिरफ्तार किया था एसटीएफ के महानिरीक्षक अमिताभ यश ने मीडिया को बताया था कि दारोगा भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र हैक करने के मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जबकि मुख्य सरगना उनकी पकड़ में नही आया था।
  2. रेलवे की भर्ती परीक्षाओं में से रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स की परीक्षाओं को सम्पन्न कराने का जिम्मा इस कम्पनी को वर्ष 2018 में दिया गया था इस परीक्षा का भी पेपर लीक हुआ था।
  3. इसी NSEIT कम्पनी को तमिलनाडु राज्य में जून 2019 में Teachers Recruitment Board (TRB) की परीक्षाओं को सम्पन्न कराने का जिम्मा दिया गया था । इस परीक्षा आने वाले प्रश्नों का वीडियो व्हाट्सएप में लीक हो गया था। 24 जून 2019 के the hindu न्यूज़ पेपर में NSEIT कम्पनी के एक अधिकारी ने बयान  जारी कर इस बात को स्वीकार किया था. इसी प्रकार देश के और कई राज्यों में हैकर्स ने  इस कम्पनी के सर्वर को हैक करके पेपर  और आंसर की दोनों को  व्हाट्सएप , वीडियो, स्क्रीनशॉट और अन्य माध्यमों से  लीक की थी।
  4. पीईबी ने अपनी परीक्षाओं का ऑनलाइन संचालन करना शुरू तो कर दिया था लेकिन इसने जिस भी कम्पनी को परीक्षा सम्पन्न कराने की जिम्मेदारी इन्होंने दी। वह कम्पनी पूर्णतः सायबर सुरक्षा के साथ परीक्षा को सम्पन्न कराने में पूरी तरह विफल रही.  इसके कुछ उदाहरण मैं आपके सामने रख रहा हूँ वर्ष 2017 में सम्पन्न हुई. पटवारी भर्ती परीक्षा की रिस्पांस शीट पीईबी के वेबसाइट से ही लीक हो गयी थी, वर्ष 2018 में ग्रुप 4 भर्ती परीक्षा में एग्जाम सेंटर स्तर पर नकल  कराए जाने का मामला प्रकाश में आया था. जिसमें पीईबी की  पिछली परीक्षाओं में 30 से 40 नंबर पाने वाले अचानक ग्रुप 4 भर्ती परीक्षा में टॉपर बन गए थे. पीईबी ने स्वयं जांच करके इस मामले को दबा दिया था.  अब  10 व 11 फरवरी 2021 को कृषि विस्तार अधिकारी के पदों के लिए  सम्पन्न भर्ती परीक्षा में कई सारे कैंडिडेट्स के 99 % स्कोर के साथ उनकी रिस्पॉन्स शीट सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रही है.

ग्रामीण कृषि विस्‍तार अधिकारी भर्ती परीक्षा निरस्‍त- mp gramin krishi vistar adhikari bharti pariksha canceled 

10 एवं 11 फरवरी 2021 को हुई ग्रामीण कृषि विस्‍तार अधिकारी भर्ती परीक्षा को मप्र के प्रोफेशन बोर्ड ऑफ एग्‍जामिनेशन के द्वारा निरस्‍त कर दिया है. एमपी पीईबी के द्वारा एमपीएसईडीसी को इस परीक्षा की जांच सौंपी थी. जिसमें यह सिद्ध हो गया है कि ग्रामीण कृषि विस्‍तार अधिकारी भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी हुई है. एमपीएसईडीसी की जांच में यह पता चला कि अनाधिकृत तरीके से सर्वर में लॉग कर परीक्षा प्रश्‍न पत्र डाउनलोड हुआ है. एमपीपीईबी के बाहर किसी अ‍नाधिकृत मशीन के द्वारा यह कार्य किया गया है. जिसके बाद ग्रामीण कृषि विस्‍तार अधिकारी भर्ती परीक्षा के अलावा ग्रुप : 2 समूह 4 भर्ती परीक्षा और स्‍टॉफ नर्स भर्ती परीक्षा को निरस्‍त कर दिया गया है. एमपीपीईबी ने अपने प्रेस नोट में कहा है कि किसी एक खास शहर के छात्रों के नंबर अधिक आने पर शंका हो सकती है, लेकिन इस आधार पर भर्ती परीक्षा निरस्‍त नहीं की जा सकती है. सर्वर में अनाधिकृत तरीके से प्रश्‍नपत्र डाउनलोड होने पर भर्ती को निरस्‍त किया गया है.

  • What is vyapam exam-

व्‍यापमं के द्वारा मप्र में तृतीय श्रेणी के पदों की भर्ती होती है. अकार्यपालिक पदों की भर्ती एमपीपीईबी के द्वारा होती है. 

  • Mppeb Chairman 

एमपीपीईबी के चेयरमैन केके सिंह है. 

  • Mppeb kya hai

मप्र प्रोफेशनल एग्‍जामिनेशन बोर्ड के द्वारा सरकारी भर्ती की जाती है.

विशेष नोट- यह सभी आरोप छात्रों और राजनेताओं के है. भास्‍करजॉब्‍स इन आरोपों की पुष्टि नहीं करता है…

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