एमपी अजब है गजब है- गणित के प्रोफेसर को बनाया संगीत एवं कला विश्वविदयालय का कुल सचिव
भोपाल. आप सभी पर्यटन विभाग की टैगलाइन ‘एमपी अजब है गजब है’ जानते ही होंगे. वैसे ऐसा करके भी एमपी दिखाता है. तभी तो उसे गजब स्टेट का तमगा हासिल है.
एक मामला ऐसी ही सामने आया है. जिसमें एक गणित के प्रोफेसर को संगीत एवं कला विश्वविदयालय का कुल सचिव नियुक्त किया गया है.
हांलाकि राज्य सरकार को इस बात का कोई फर्क नहीं पड़ता कि गणित के प्रोफेसर संगीत के क्षेत्र में क्या करेंगे. गणित के प्रोफेसर को किसी कॉलेज में नियुक्त करते तो कितने ही छात्रों की प्राब्लम साल्व हो जाती.
ना जाने कितनी प्रमेय और गणित के फार्मूले की नई ट्रिक छात्रों को सीखने को मिल जाती. आपको पता होगा ही मप्र के लाखों छात्र गणित विषय में फेल हो जाते है.
वजह उनको गणित सिखाने वाले टीचर नहीं मिलना भी है. वैसे सरकार को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता.
मप्र के उच्च शिक्षा विभाग ने डॉ. कृष्ण कांत शर्मा, प्राध्यापक, गणित, शासकीय के.आर.जी. स्नातकोत्तर महाविदयालय, ग्वालियर की सेवाएं दो वर्ष के लिए प्रतिनियुक्ति पर राजा मान सिंह तोमर संगीत एवं कला विश्व विदयालय में कुल सचिव नियुक्त किया है.
अब गणित में पीएचडी वाले प्रोफेसर साहब सातों सूर, राग-रागनियों, नृत्य की सभी विधाओं और साज-बाज का मास्टर हो सकते है!
साहब इतने ज्ञानी नहीं भी हुए तो स्वर लहरियों, सुर-ताल का सही हिसाब-किताब तो लगा ही सकते है!
ये तो शिक्षा के हाल है. आगे कुछ कहेंगे तो प्रोफेसर साहेब और सरकार बूरा मान सकती है…