एमपी में दसवीं और बारहवीं बच्चों के लिए एक दो दिन में आ सकती है खुशखबरी, पढे़ और जाने …
इस साल क्या होगा, परीक्षा होगी या जनरल प्रमोशन. जनरल प्रमोशन देंगे, तो नंबर किस तरह मिलेंगे, क्या सबकी रैंक एक जैसी रहेगी या फिर एग्जाम होगा, किस पैटर्न पर होगा. क्या पूछा जाएगा, टफ तो नहीं आएगा. मध्यप्रदेश में कक्षा दसवीं और बारहवीं के लाखों बच्चों के मन में इस तरह के सवाल उमड़ रहे है.केवल बच्चे ही नहीं उनके माता पिता भी टेंशन में है. माशिमं की हेल्पलाइन पर 25 दिन में 25 हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स और पेरेंट्स ने कॉल कर कर पूछा है, परीक्षा होगी या जनरल प्रमोशन मिलेगा.. अंदाजा लगाया जा सकता है कि कोविड-19 के कारण परीक्षाएं नहीं होने से बच्चे और उनके माता पिता कितने परेशान है. राज्य सरकार ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित 10वीं/12वीं की परीक्षाओं के संबंध में विभिन्न विकल्पों पर विचार किया जा रहा है. इस पर जल्द ही निर्णय लिया जायेगा. सूत्र बताते है कि राज्य सरकार 10 वीं के बच्चों को जनरल प्रमोशन देने पर विचार कर रही है. वहीं 12 वीं के बच्चों की परीक्षा लेने पर विचार कर रही है. हालांकि इसका फार्मूला क्या है, यह नहीं बताया गया है. इंटरनल असेसमेंट के आधार पर पास करने की बात कहीं जा रही है. इसमें जिन बच्चों ने छह माही या प्री बोर्ड में अच्छा प्रदर्शन किया है, उनको उस आधार पर मार्क्स दिये जा सकते है. मध्य प्रदेश में कोविड के हालात को देखते हुए बहुत मुश्किल है कि राज्य सरकार परीक्षा आयोजित करें. वैसे शिवराज सिंह चौहान और भाजपा की सरकार पूर्व में भी जनरल प्रमोशन के खिलाफ रही है. पिछले साल भी यही स्थिति बनी थी. बावजूद जनरल प्रमोशन नहीं दिया गया था. इसको देखते हुए जनरल प्रमोशन मिल ही जायेगा, इसको लेकर पक्के तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता है. एक दो दिन में निर्णय हो जायेगा.
हेल्पलाइन पर एक ही सवाल-
कोविड के कारण परीक्षा स्थगित करने के कारण माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल के हेल्पलाइन नंबर 18002330175 पर कॉल कर बच्चे दसवीं और बारहवीं की परीक्षा के बारे में पूछ रहे है. 25 हजार से ज्यादा बच्चे और उनके माता पिता कॉल कर चुके है.रोज एक हजार से ज्यादा कॉल हेल्पलाइन नंबर पर आ रहे है.तीन शिफ्टों में चार लोग काउंसलिंग कर बच्चों के सवालों के जवाब दे रहे है.