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mp board exam-फैल छात्र तीन ऑप्शन आजमा ले तो हो सकते है पास

mp board exam-फैल छात्र तीन ऑप्शन आजमा ले तो हो सकते है पास

भोपाल।  (mp board exam) एमपी बोर्ड की दसवीं की परीक्षा में फैल हुए छात्रों के पास एक मौका और भी है। किस्मत आजमाकर देख सकते है, शायद वह फिर से पास हो जाये। रिजल्ट में फैल होने पर एक दम निराश की जरूरत नहीं है।

साल भर की कड़ी मेहनत के बाद किसी वजह से फैल हुए छात्र छात्र और छात्राओं के लिये ये अंत नहीं है।

आपके लिये भी प्लान बी है। फैल  होने वाले स्टूडेंटस के पास अब भी 3 विकल्प मौजूद है। हम आपको इन्हीं रास्तों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिस पर चलकर फेल हुए छात्र सकारात्मक रहकर नए सिरे से अपनी कोशिश को अंजाम देकर सफलता पा सकते है।

1. कंपार्टमेंट परीक्षा-

 

जो छात्र फेल हुए है, वह कंपार्टमेंट परीक्षा के लिए फार्म भर सकते है। कंपार्टमेंट परीक्षा के लिए फार्म ऑन लाइन और ऑफ लाइन दोंनों उपलब्ध है। अगर आप ऑफ लाइन फार्म भरना चाहते हैं, तो अपने स्कूल में जाकर इसका फार्म भर सकते है। यह सबसे आसान तरीका होता है। कंपार्टमेंट परीक्षा देकर बिना साल बर्बाद किये अगली कक्षा में जा सकते है।

2. mp board exam री टोटलिंग-

 

कई बार किसी विषय में हमें अच्छे नंबरों की उम्मीद होती है, लेकिन जब रिजल्ट आता है कि उस में विषय में काफी कम नंबर आए होते है, या उम्मीद के अनुसार नहीं आए होते है।

कई बार ये भी होता है कि पेपर के नंबर जोड़ने में कोई चूक हो जाती है, तो ऐसे में एमपी बोर्ड की दसवीं की क्लास में फेल होने वाले छात्र छात्राएं री टोटलिंग का विकल्प आजमा लेते है। किस्मत अच्छी होने पर कई बार नंबर बढ़ भी जाते है, और कई बार नंबर कम भी हो जाते है।

3 .रूक जाना नहीं योजना आपके लिये ही है-

 

दसवीं में फैल होने वाले छात्रों के लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने एक बड़ी जबरदस्त योजना शुरू की है। इस योजना का नाम ‘‘रूक जाना नही‘‘ है। कोई छात्र 06 पेपर में से 02 या 03 तीन पेपर में फैल हो जाता है, तो वह इस योजना के तहत परीक्षा में बैठ सकता है।

मध्यप्रदेश राज्य ओपन बोर्ड के द्वारा रूक जाना नहीं योजना में परीक्षा फार्म भरने वाले परीक्षार्थियों के लिए परीक्षा आयोजित की जाती है।

इस योजना का मुख्य उददेश्य यह है कि जो भी स्टूडेंट कक्षा दसवीं की मुख्य परीक्षा में दो या तीन विषयों में फैल हो जाते है, तो उनकी दोबारा परीक्षा कराकर उन्हें ग्यारवही में भेज दिया जाता है। इस तरह साल बर्बाद होने से बच जाता है।

 4. बेस्ट ऑफ 4 से बचे कई छात्र-

 

फैल छात्रों को पास होने का मौका देने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग और एमपी बोर्ड में बेस्ट ऑफ फाइव योजना तैयार की है। बेस्ट ऑफ फाइव योजना पिछले तीन सालों से लागू है।

इसके अंतर्गत कोई छात्र पांच विषयों में पास हो जाता है, तो पांच विषयों के नंबर के अधार पर छटवें विषय में पास कर दिया जाता है। वहीं इस बार छात्रों को दो विषयों में जनरल प्रमोशन दिया गया है।

इस कारण इस साल बेस्ट ऑफ फोर योजना लागू की गई है। कोई छात्र तीन में विषय में पास हुआ है, और एक विषय में फैल हुआ है, तो तीन विषय के नंबर के आधार पर चौथे विषय में पास कर दिया जाता है।

इस योजना से कई बच्चे पास हुए है। यह योजना लागू नहीं होती तो फैल होने वालों की संख्या बढ़ जाती।

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