BY SUNEEL VERMA
2021-10-09, 17:26:13
रविवार 10 अक्टूबर को होने वाली UPSC प्रारंभिक परीक्षा में भाग ले रहे हैं, तो यह पोस्ट के लिए बहुत काम की है. इसमें एक यूपीएसी कोचिंग के टीचर के द्वारा अपने अनुभवों के आधार पर छात्रों को टिप्स दिये है. परीक्षार्थियों को सलाह दी जाती है कि वह परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थी ओरिजनल आधार कार्ड या अन्य कोई पहचान पत्र ले जाएं. परीक्षा हॉल में जूते मोजे पहनकर जाने की अनुमति नहीं होगी. परीक्षा के दौरान किसी भी तरह के गजेटस नहीं ले जा सकेंगे. मोबाइल ले जाना वर्जित रहेगा. परीक्षा हॉल में मास्क लगाना और कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना होगा…
1- अपने पर भरोसा कीजिए । जितनी तैयारी आप कर सकते थे आपने कर लिया है , अब यही तैयारी परीक्षा हॉल तक आपके साथ जायेगी। अब यह मत सोचिये की अभी बहुत कुछ पढ़ने या रिवीजन के लिए बचा है। बचे होने का यह भाव आपको डरायेगा/कमजोर करेगा।
2- अब अपने आप को एक योद्धा के रूप में देखिये । इसका मतलब है – युद्ध भूमि में परिणाम की चिंता नहीं करना है ,बल्कि अपने धैर्य और साहस को पेपर हॉल का सबसे बड़ा हथियार बनाना है। ऐसा करने के लिये आप अपने ऊपर से कुछ दबाव को हटाइये ,जैसे – अगर पेपर सही नहीं हुआ तो घर की परिस्थितियों को कैसे सही करूँगा/करूँगी ? ,घर वालों को क्या जवाब देंगे ?, दोस्तों के बीच कैसे अपने को देखेंगे ?… आदि आदि। इस प्रकार के भाव से आपका परफॉर्मेंस खराब होगा ।
3- अपने लिये थोड़ा एकांत बनाइये अर्थात नेगेटिव विचार वालों से अपने को बचाइए। खासकर ऐसे लोगों से जो यह बताने के लिए आपको ढूंढ़ रहें हों कि उन्होंने हर विषय का 36 बार रिवीजन कर लिया है। विश्वास कीजिए कोई भी इंसान UPSC के सिलेबस को इस तरह तैयार नहीं कर सकता। ऐसे लोग (36 बार रिवीजन वाले) सिर्फ आपको डराना और आपको कमजोर करना चाहते हैं क्योंकि वह खुद पेपर के लिए तैयार नहीं हैं । अन्यथा वह शांत एवं सौम्य होते।
4- कुछ अच्छा खाइये ,जिसे बहुत दिन से आप खा नहीं पाये हैं । अगर मन कहे कि नहीं रात भर पढ़ना है तो उसे थोड़ा झांसा दीजिये । मन को बोलिये की साल भर पढ़ाई में तूने साथ दिया तो आज थोड़ा जीभ का भी साथ दे।मन और जीभ खुश होंगे तो नींद अच्छी आयेगी और यदि नींद कम भी आई तो मन खुश रहेगा। इससे शरीर और मन का संतुलन पेपर तक बना रहेगा।
4(a)- सेंटर पर जाने के लिए समय से निकलें ,प्रयास हो कि समय से 45 मिनट पहले पहुंचना है। ज्यादा धन अभाव न हो तो कैब या कोई अपना पर्सनल वाहन कर सकते हैं।
4(b) – सेंटर पर पहुँच कर पढ़ने से बचें । वहाँ अपने विचारों को नियंत्रित करने का प्रयास करें। मन में कोई डर, चिंता ,घबराहट दिखे तो उसे समझाइये। मन को विश्वास दिलाइये की सब अच्छा होगा।
5- OMR शीट को बहुत सावधानी से भरें । बिल्कुल भी जल्दबाजी न करें और न ही यह सोचें कि पता नहीं कैसा या कितना कठिन पेपर आया होगा। इस प्रकार की सोच से पेपर में कोई परिवर्तन नहीं होगा । हाँ ओएमआर शीट भरने में गड़बड़ हो सकती है। OMR शीट सही भरना आपकी पहली सीढ़ी है। इसलिए पहली ही सीढ़ी पर आपको फेल नहीं होना है।
6- पेपर हॉल में पेपर सॉल्व करते समय यदि प्रारंभ में 15 से 20 प्रश ऐसे हों जिनका सिर -पैर समझ में न आ रहा हो तो घबराना नहीं है आगे के प्रश्नों की ओर बढ़ते जाना है। आगे के प्रश्न वह हैं जो आपके सेलेक्शन के लिए रखे गये हैं ,इसीलिए इन्हें बहुत शांत तरीके से सॉल्व करना है।
7- मेरा विचार रहता है कि आपको कम से कम 85 प्रश्न सॉल्व करने चाहिए। तुक्का को अपने तर्क और अवचेतन मन के संतुलन बहुत उपयोगी बना सकते हैं। एक तिहाई नेगेटिव मार्किंग के नियम और गुण दोष को आप समझ ही चुके होंगे।
8- पेपर सॉल्व करने की किसी रणनीति पर अगर आप लंबे समय से काम करते आ रहे हैं तो अब आप उसी रणनीति से आगे बढिये। आज कोई नया निर्णय मत लीजिये ।
9- फर्स्ट पेपर के बाद ब्रेक में कृपया फर्स्ट पेपर के प्रश्नों के उत्तर न खोजें और न ही मित्रों से उसके विषय में चर्चा करें। अपने को आराम दें ।10 से 15 प्रश्न CSAT के लगाकर खुद को ब्यस्त रखें। परीक्षा हॉल के बाहर एक भीड़ मिलेगी जिसके 70-75 प्रश्न सही होंगे। विश्वास कीजिए रूम तक आते आते इनका स्कोर 45 तक आ चुका होता है। भीड़ के विचार के अनुसार उत्तर सही और गलत नहीं होगा। इसलिए कोई बोले कि आपने सभी प्रश्न गलत कर दिये हैं तो भी मुस्कुराइए। मुस्कुराइए इसलिए कि आपको गलत समय पर गलत जानकारी दी जा रही है । आप पेपर दे चुके हैं और अब OMR शीट में चेंज नहीं हो सकता है ।
10- CSAT के पेपर को भी उसी गंभीरता से सॉल्व करें जिस गंभीरता से आपने फर्स्ट पेपर सॉल्व किया है। आपकी थोड़ी सी अधीरता या जल्दबाजी एक साल बर्बाद कर सकती है। आपका बैकग्राउंड जो कुछ भी हो आपको पूरी लगन के साथ CSAT को सॉल्व करना है।
11- पेपर देकर जब निकलें और कोई पूछे कि पेपर कैसा हुआ है तो नपा तुला जवाब दें। जैसे- ठीक हुआ है, दो से तीन दिन में पेपर मिलाने पर पता चलेगा। भूलकर भी किसी से यह न कहें कि पेपर शानदार हुआ है या सेलेक्शन जरूर हो जायेगा। यह शब्द आपके लिए तनाव का कारण बन सकते हैं।
12 -रूम पर आ कर शरीर और दिमाग को आराम दीजिये ,जल्दी में कोचिंग के द्वारा बनाये गये ANSWER KEY से पेपर मैच न करें । एकाद दिन बाद चेक करें ,तब तक कई आँसर की आ चुकी होंगी।
13- पेपर मिलाने के बाद जो भी परिणाम समझ में आये फिर से अपने को योद्धा के रूप में देखें और हर परिस्थिति के लिए खुद को तैयार करें।
नोट- एडमिट कार्ड , id कार्ड ,बॉल पेन , मास्क ,सेनेटाइजर ,पानी की बोतल, रुमाल अवश्य लेकर जाएँ।
आप सभी योद्धाओं को एक अदने से टीचर की ओर से शुभकामनाएं। आपका – सुनील वर्मा