सप्रीम कोर्ट – नीट और जेईई की परीक्षा समय पर, 18 अगस्त को फाइनल ईयर पर सुनवाई
ढाई करोड बच्चों की सुप्रीम कोर्ट के निर्णय पर नजर रहेगी
भोपाल। कोरोना काल में सुप्रीम कोर्ट ने अहम फैसला दिया है। सप्रीम कोर्ट का कहना है कि महामारी एक साल और चलती है, तब तक क्या सभी चीजे निरस्त कर देंगे।
अब समय आ गया है आगे बढने का। हम भविष्य की और देख रहे है। सुप्रीम कोर्ट ने नीट और जेईई की परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों की 11 याचिका निरस्त कर दी है।
कोर्ट ने कहा कि परीक्षा टाली नहीं जा सकती है। कोरोना काल में छात्र परीक्षाएं निरस्त करने की मांग कर रहे थे।
लेकिन अब समय से परीक्षा होगी। इधर 18 अगस्त को यूजीसी की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी।
यूजीसी की तरफ से कहा गया है कि वह परीक्षा कराने के हक में है। जबकि कई राज्य परीक्षा नहीं कराना चाहते है।
यूजीसी का कहना है कि अगर परीक्षा नहीं हुई तो डिग्री भी नहीं दी जायेगी। ऐसे में राज्य और यूजीसी के बीच कडवाहट बढी है।
सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की सुनवाई की जा रही है।
ढाई करोड बच्चों की फैसले पर नजर रहेगी
सुप्रीम कोर्ट के दिशा निर्देशों के बाद तय होगा कि परीक्षाएं होगी या नहीं। ढाई करोड से ज्यादा छात्रों की सुप्रीम कोर्ट के निर्णय पर नजर रहेगी।
सुप्रीम कोर्ट का फैसला छात्रों का भविष्य तय करेगा। महाराष्ट और दिल्ली राज्य ने अपने यहां फाइनल ईयर की परीक्षा रदद कर दी है।
कोन कराता है नीट की परीक्षा
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती है।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के माध्यम से एमबीबीएस, आयुष, वेटनरी, मेडिकल/पैरामेडिकल के कोर्स में प्रवोश मिलता है।
नीट इसलिए भी अहम परीक्षा है कि क्योंकि नीट के मार्कस अच्छे इंस्टीटयूट में पढाई का मौका देते है।
जेईई से मिलता है आईआईटी में जाने का चांस
जेईई के छात्रों को आईआईटी में जाने का अवसर जेईई स्कोर के आधार पर मिलता है।
एक बार छात्र को आईआईटी में प्रवेश मिल जाता है, तब छात्र का केरियर काफी हद तक सुरक्षित हो जाता है।
नीट एवं जेईई परीक्षाओं को एससी की हरीझंडी
सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद ये तय हो गया है कि 1 से 6 सितबंर को आईआईटी जेईई की परीक्षा होगी। वहीं 13 सितंबर को नीट की परीक्षा होगी।