mp board 10 result -मप्र में 10th और 12th के परीक्षा परिणाम की डेट घोषित
BREAKING NEWS
-मंत्रीमंडल का गठन नही होने के कारण परीक्षा परिणाम टला
भोपाल। 10th और 12th की परीक्षा होने के बाद परिणाम (Result) को लेकर छात्रों में उत्सुकता बनी हुई है, क्या होगा, पास होंगे या फेल। डिवीजन कोन सी बन सकती है, फर्स्ट, सेकंड या थर्ड। आज कल छात्रों के मन में ये सवाल उमड़ रहे होंगे। दसवीं का Result कब आयेगा, जून में आने की बात कहीं गई थी। क्यों नहीं आ रहा, क्या कारण है। कोई तो बताओं। ये सवाल सोशल मीडिया पर छात्रों द्वारा पूछे जा रहे है।
छात्रों के सभी सवालों के जवाब इस आर्टिकल में मिल जायेंगे। दसवीं और बारहवीं के रिजल्ट को लेकर हम पूरी जानकारी देने जा रहे है, वो भी Authentic।
भास्करजॉब्स को प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा श्रीमती रश्मि अरूण शमी ने बताया कि प्रदेश में 10वीं एवं 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं सम्पन्न हो चुकी है। 10वीं के परिणाम जुलाई के प्रथम सप्ताह में आ सकते है। पूर्व में यह परिणाम 25 जून को आने वाले थे। इसी तरह 12वीं के परिणाम जुलाई के तृतीय सप्ताह में आ सकते है।
सूत्रों के मुताबिक दसवीं का परिणाम 3 जूलाई को आने की पूरी संभावना है। वहीं बारहवीं का परिणाम 16 या 18 जूलाई को आने की पूरी संभावनायें है।
उल्लेखनीय है कि राज्यपाल लालजी टंडन या हाईकोर्ट के जज या छत्तीसगढ़ के राज्यपाल को अतिरिक्त प्रभार देकर 2 जूलाई तक या पहले मध्यप्रदेश में मंत्री मंडल का गठन किया जा सकता है।
बिना शिक्षामंत्री के प्रदेश में (mp board 10 result) दसवीं या बारहवीं का परिणाम घोषित नहीं किया जा सकता है।
फिर उठी जनरल प्रमोशन देने की मांग-
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से दसवीं और बारहवीं के छात्र- छात्राओं का एक बड़ा वर्ग जनरल प्रमोशन देने की मांग कर रहा है।
उनका कहना है कि जब केंन्द्र के द्वारा cbse में व mp में pg और ug को जनरल प्रमोशन दिया जा रहा है, तो 10th और 12th को क्यूं नहीं दिया जा रहा है। छात्रों ने परीक्षा में किसी को फेल नहीं करने की मांग की है।
सूत्रों के मुताबिक इस साल दसवीं और बारहवीं के छात्रों की कॉपियां बरीकी से नहीं जांची जायेगी। जिस भी छात्र के बाऊंड्री के आसपास नंबर होंगे, उसे पास कर दिया जायेगा। ये छात्रों के लिये राहत की बात है।
पीजी-यूजी को जनरल प्रमोशन-
कोरोना संकट के मद्देनजर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के उच्च शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा महाविद्यालयीन विद्यार्थियों के हित में बड़ा निर्णय लिया है।
अब स्नातक प्रथम एवं द्वितीय वर्ष तथा स्नातकोत्तर द्वितीय सेमेस्टर के परीक्षार्थियों को, बिना परीक्षा दिए, उनके गत वर्ष/सेमेस्टर के अंकों/आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर अगली कक्षा/सेमेस्टर में प्रवेश दिया जाएगा।
साथ ही स्नातक अंतिम वर्ष एवं स्नातकोत्तर चतुर्थ सेमेस्टर के परीक्षार्थियों के पूर्व वर्षों/ सेमेस्टर्स में से सर्वाधिक अंक प्राप्त परीक्षा परिणाम को प्राप्तांक मानकर अंतिम वर्ष/सेमेस्टर के परीक्षा परिणाम घोषित किये जाएंगे।
परीक्षा देने का विकल्प दिया-
ऐसे परीक्षार्थी जो परीक्षा देकर अपने अंकों में सुधार चाहते हैं, उनके पास परीक्षा देने का विकल्प भी रहेगा। वे आगामी घोषित तिथि पर ऑफलाइन परीक्षा दे सकेंगे।
स्कूल 31 जूलाई के बाद खुलेंगे-
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में शालाओं को खोलने के संबंध में 31 जुलाई को समीक्षा कर निर्णय लिया जाएगा। 12वीं कक्षा के ऐसे विद्यार्थी जो किसी कारणवश 12वीं की परीक्षा नहीं दे पाए हैं, उनके लिए एक बार फिर परीक्षा आयोजित होगी। प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा ने बताया कि अगले हफ्ते से बच्चों को किताबों का वितरण कराने की व्यवस्था की जा रही है।
प्रदेश में 17 लाख 77 हजार परीक्षार्थी-
प्रदेश में वर्तमान शैक्षणिक सत्र में स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर पर कुल 17 लाख 77 हजार परीक्षार्थी हैं।
इनमें स्नातक प्रथम वर्ष में 5 लाख 25 हजार 200, स्नातक द्वितीय वर्ष में 5 लाख 7 हजार 269, स्नातक तृतीय वर्ष में 4 लाख 30 हजार 298, स्नातकोत्तर द्वितीय सेमेस्टर में 01 लाख 72 हजार 634, स्नातकोत्तर चतुर्थ सेमेस्टर में 01 लाख 41 हजार 599 परीक्षार्थी हैं।
बरकतउल्ला विश्वविद्यालय में परीक्षार्थियों की कुल संख्या 03 लाख 47 हजार 554, जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर में 2 लाख 63 हजार 05, विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन में 01 लाख 83 हजार 37, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर में 2 लाख 25 हजार 197 है।
वहीं महाराजा छत्रसाल विश्वविद्यालय छतरपुर में 01 लाख 52 हजार 230, देवी अहिल्या बाई विश्वविद्यालय में 3 लाख 55 हजार 379, अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा में 01 लाख 97 हजार 901 तथा छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय में 54 हजार 697 विद्यार्थी हैं।
कमेंटस करे, शेयर करे-
आपको आर्टिकल कैसा लगा, कमेंटस बॉक्स में अपनी राय अवश्य दे। आर्टिकल पसंद आये तो इसे फेसबुक और वाटसअप ग्रुप में अधिक से अधिक शेयर कर अपनी बात सरकार तक पहुंचाओ।