कलेक्टर सर टीचर ने मेरी कॉपियां गुमा दी, मैं क्या करूं
भोपाल। जब आप पूरी मेहनत से सालभर पढाई करते हो। इमानदारी से पेपर लिखते हो। तब तो ये ही उम्मीद करते है कि रिजल्ट अच्छा आयेगा।
लेकिन मध्यप्रदेश की छात्रा के साथ ठीक उलटा हुआ। टीचर ने उसकी कॉपियां ही गुमा दी।
ऐसी स्थिति में वह छात्रा कलेक्टर कमिशनर और माध्यामिक शिक्षा मंडल के अधिकारियों को आवेदन देकर उनके साथ हुए अन्याय के लिए न्याय की मांग कर रही है।
झूठ बोल दो कि तुमने कॉपियां फाड दी,मैं क्या करूं
दरअसल ग्वालियर रोड पर के केएस हायर सेकेंडरी स्कूल में आरती सिकरवार ने बारहवीं की परीक्षा का गणित पेपर दिया था।
पेपर देने के बाद एक अन्य टीचर ने आरती सिकरवार से पूछा कि आपके द्वारा गणित के पेपर में कितनी कॉपियां ली थी। आरती ने ने टीचर को बता दिया।
लेकिन उस समय क्लास में जिस स्कूल टीचर की डयूटी थी, उसने आरती को साइड में ले जाकर कहा कि वह सभी को झूठ बोल दे कि उसने कॉपियां जमा नहीं की है।
उसके द्वारा कॉपियां फाड के फेक दी या घर ले गई। आरती का कहना है कि इसके टीचर की गलती के लिए मैं क्या करूं ।
आप टेंशन मत लो
आरती सिकरवार ने टीचर को ऐसा करने से साफ मना कर दिया। उसके बाद सभी टीचर्स ने छात्रा को कहा कि वह चिंता नहीं करे वह घर चले जाये।
उसकी कापी मिल जायेगी। इसके बाद तीन दिन बाद आरती के पिता ने टीचर को कॉल कर बात की तो टीचर ने कहा कि कॉपियां मिल गई है।
कॉपी संशोधन हो गया है। आप टेंशन मत लीजिये।
रिजल्ट आया तो पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई, मैं क्या करूं
इसके बाद जब बारहवीं का रिजल्ट आया तो मेरे मार्क्स देखकर पता चल गया कि कॉपियां तो मिली नहीं।
रिजल्ट के बाद आरती के पिता ने दोबारा से टीचर से बात की तो उसने कहा कि हमने तो ऐसे ही बोल दिया था।
टीचर को सस्पेंड होने से बचाने के लिए अन्य टीचरों द्वरारा झूठ बोल दिया।
री टोटलिंग के लिए आवेदन
ऐसे में एक टीचर की लापरवाही के कारण छात्रा का भविष्य खराब हो गया। छात्रा के पिता ने री टोटलिंग और आंसर शीट मंगाने के लिए आवेदन कर दिया है।
न्याय की आंस में आरती
अब देखने वाली बात तो यह होगी कि जिला कलेक्टर और माध्यमिक शिक्षा मंडल इस पर क्या कारवाई करता है।
इस छात्रा को न्याय दिलाने के लिए इस पोस्ट को अधिक से अधिक शेयर करे।
जिससे ये सोाश्ल मीडिया पर वायरल हो जाये और छात्रा का भविष्य खराब न हो जाये।