shivraj singh chauhan-के नाम एक छात्र का दर्दभरा पत्र…
-मध्यप्रदेश के मुखिया व हमारे मामा आदरणीय shivraj singh chauhan जी, 12वी के विद्यार्थियो के तरफ एक बार पुनः ध्यान दीजिये…
भोपाल। आपने सब के लिए कुछ ना कुछ किया है। अच्छी चीज है, आपने पता नहीं कितने भांजे भांजियो को उनके लिए क्या क्या किया है।
मै आपके इस कार्य से कभी प्रभावित हूं आपने कॉलेज की परीक्षा तिथि निरस्त करते हुए उन्हें आपने जितने भर कॉलेज के विद्यार्थी है, बिना परीक्षा लिए बिना ही उन्हें दूसरे कक्षा में प्रवेश देने का निर्णय लिया है।
चाहे वो फर्स्ट सेमेस्टर का हो चाहे वह अंतिम वर्ष का ही अंतिम वर्ष को आ inपने यह किया है कि उन्हें उनके पिछले नंबरों के हिसाब से नंबर दिए जाएंगे।
हम सब 12वी कक्षा के विद्यार्थी आपके इस फैसले का सम्मान करते है आखिर हम सब यही तो चाहते थे कि अभी आप कुछ दिन परीक्षा ना ले लेकिन बहुत ही कम समय में बहुत ही अच्छा निर्णय ले लिया।
अब आई हम लोगो की बात मामा जी तो मामा जी आपने एक बात कही थी आप सब की मुझे चिंता है इस कोरोना का बढ़ते प्रकोप को देखते हुए आपने कॉलेज को जनरल प्रोमोशन देने के निर्णय ले लिया।
लेकिन अभी भी आप कह रहे है जितने 12वी के विद्यार्थी परीक्षा नहीं दिए है, उनकी परीक्षाएं एक बार पुनः आयोजित की जाएंगी तो मामा जी कॉलेज वाले भाइयों के किए कोरोना का संकट है लेकिन हम सब के लिए कुछ नहीं।
उनकी परीक्षाएं नहीं होंगी, क्युंकी वह बोट डालने लायक है और हम सब बोट डालने लायक नहीं है, हमारी उम्र नहीं है, तो आपको हमारे भविष्य की चिंता हो गई। वाह मामा जी एक छोटी सी जानकारी देता हूं कि बेशक 12वी की परीक्षा के बाद ही विद्यार्थी अपना भविष्य निर्धारित करते है, लेकिन कॉलेज में तो अंतिम वर्ष के बाद उनके नौकरी का प्रावधान होता है।
हम अपना भविष्य देख सकते है लेकिन कॉलेज वाले तो बेचारे किसी लायक नहीं रहेंगे। क्योंकि हम पढ़ते ही इसीलिए है कि हमें भी कोई अच्छी नौकरी मिल सके और मामा जी अच्छी नौकरी 12वी के बाद नहीं कॉलेज के बाद ही मिलती है।
आखिर इतना बड़ा भेदभाव क्यूं, मामा जी
सिर्फ कहने मात्र है कि आप को भविष्य की चिंता भी है। अगर हमारे मामा जी को इतनी ही चिंता होती तो आज हमारी परीक्षाएं नहीं होती। मामा जी हमारे पास भी मां है हमारे पास भी बहन है हमारे पास भी पिता है, हम भी अपने घर में सब के लाडले है।
मामा जी हमें पूरी उम्मीद थी कि आप परीक्षा की तिथि आगे बढ़ाएंगे , लेकिन आपने अपने चुनाव को देखते हुए सब कुछ चुनावी अखाड़ा बना दिया।
आपने जो किया बहुत अच्छा किया लेकिन 12वी के विद्यार्थयों के साथ भी तो कुछ अच्छा कर दीजिए। हम भी तो आप के ही भांजे है मामा जी निवेदन है कि जैसे आपने 10वी कक्षा में टॉप 5 की मुहिम निकली थी, ठीक उसी भांति 12वी में भी टॉप 4 की मुहिम निकालिए।
जहां तक मैं समझता हूं कि इससे किसी को भी दिक्कत नहीं होगी, चाहे वह टॉपर विद्यार्थी हो। अगर विद्यार्थी किसी एक विषय में फेल हो रहा है, तो उस विषय की गिनती नहीं होगी और यदि कोई टॉपर है तो उसे पूरे विषय के आधार पर उसका रिजल्ट बने।
shivraj singh chauhan जी आपने सब के साथ इतना अच्छा किया है, तो हमे उम्मीद है कि हमारे साथ भी आप अच्छा ही करेंगे,और इस विषय में एक बार जरूर सोचेंगे। नहीं तो मामा जी हम फिर स्वतंत्र देश के स्वतंत्र नागरिक है जनता से ही सरकार बनती है और सरकार का यह काम है कि सब के बारे में बराबर भाव रखे। फिलहाल आप तो हमारे मामा है, आप को तो जरूर सोचना चाहिए और जितनी सुविधाएं उतनी देनी चाहिए ।
भाइयों अगर आपको बात समझ में आई हो, अगर आप भी चाहते है तो तो खबर का लिंक अधिक से अधिक शेयर करे। ताकि 1 हफ्ते के अंदर मामा जी अपना निर्णय बदल सके।
मामा जी जल्द से जल्द यही निर्णय ले लीजिए अन्यथा हमे दूसरा कदम एक बार उठाना पड़ेगा, फिर से हमे सड़कों पर उतरना पड़ेगा क्यूंकी हम मजबुर है।
“जब जब युवा बोला है”
“राज सिंहासन डोला है”