7 लाख 68 हजार व्यक्तियों को मनरेगा की तर्ज पर 100 दिवस रोजगार देने का एक्शन प्लान…
-कम पढे़ लिखे लोगों के लिए सरकार की बहुत ही अच्छी पहल है, जिससे उन्हें घर के पास रोजगार मिलेगा
ONLINE DESK, BHOPAL
मप्र की सरकार ने राज्य के लोगों को बेरोज़गारी को दूर करने के लिये एक्शन प्लान तैयार किया है. जिसमें उन्होंने कहा कि वनों के माध्यम से 7 सात लाख 68 हजार व्यक्तियों को 100 दिवस रोजगार देने का एक्शन प्लान तैयार किया गया है. जिसकी शुरूआत 1 अप्रैल 2021 से होगी. वैसे ये रोज़गार मनरेगा की तर्ज पर होगा. मनरेगा में ग्रामीण क्षेत्रों में अकुशल लोगों को एक तय समय के लिये काम दिया जाता है. उसके बदले में रोजगार दिया जाता है. पूर्व की यूपीए सरकार ने मनरेगा कार्यक्रम को लांच किया था. उसकी वजह से गांवों में रहने वाले लोगों को वहीं काम मिलने लगा और शहरों की तरफ पलायन कम हुआ. इसी तरह मप्र की सरकार भी रोजगार देने जा रही है. गौरतलब है कि यह रोजगार कम पढ़े लिखे लोगों के लिए होगा. उच्च शिक्षित युवाओं को मनरेगा में काम करने में मुश्किल आ सकती है. लेकिन देश में बेरोजगारी को देखते हुए बड़ी संख्या में उच्च शिक्षित युवा मनरेगा में काम कर रहे है.
तेंदुआ प्रदेश बनने से मिलेगा रोजगार, 100 दिवस रोजगार देने का एक्शन प्लान…
बाघ प्रदेश के बाद देश के 26 प्रतिशत तेन्दुओं की संख्या के साथ मध्यप्रदेश तेन्दुआ प्रदेश भी बन गया है। भारत में तेन्दुओं की संख्या 12 हजार 852 है, जबकि मध्यप्रदेश में तेन्दुओं की संख्या 3 हजार 721 है। 86 वन-धन केन्द्रों के माध्यम से लघु वनोपज के मूल्य संवर्धन एवं विपणन से 25 हजार हितग्राहियों को वर्ष भर रोजगार देने का लक्ष्य है।
ईको पर्यटन से 350 युवाओं को मिला है रोजगार
ईको पर्यटन के लिये 129 स्थल चयनित किये गये है। ईको पर्यटन गतिविधियों के संचालन में वन समितियों को प्राथमिकता दी जा रही है। अभी तक 350 व्यक्तियों को ईको पर्यटन में रोजगार मिला है। दीर्घ-कालीन लक्ष्य 1300 व्यक्तियों को काम देने का है।