Online Desk, Bhopal
MP STUDENT UNITY GROUP: आपदा में अवसर की बात प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने की थी, उन्होंने कहा था कोरोना महामारी में हम इस आपदा में अपने लिए याने भारत के लिए अवसर बना सकते है. मध्यप्रदेश के छात्रों ने प्रधानमंत्री की बात को गंभीरता से लेते हुए आपदा में अवसर के बजाय एक मजबूत संगठन बना लिया. जिसकी धमक अब मप्र के सत्ता के गलियारों तक पहुंच गई है. हम बात कर रहे है Mp Students Unity ग्रुप की. इस संगठन के बनने की कहानी बड़ी दिलचस्प है.
कोरोना की पहली लहर ने जन्म दिया MP STUDENT UNITY GROUP को
दरअसल हुआ ये कि कोरोना की पहली लहर और अचानक लगे Lockdown ने छात्रों के उस वर्ग को बेहद प्रभावित किया जो, अपने घर से दूर रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे थे. अचानक घोषित हुए Lockdown ने लोगों की घरों में रूकने को मजबूर कर दिया. ऐसे में शहरों में रहने वाले छात्र अपने किराये कमरों में फस गए. उनकी कोई सुध नहीं ले रहा था. उनके पास बहुत कम पैसे थे, जिसमें वह अपना गुजारा चला रहे थे. लॉक डाउन तो उनके लिए भूखों मरने की नौबत ला रहा था, उस पर किरायेदार रूमरेंट भरने के लिए दबाव बना रहे थे.
MP STUDENT UNITY GROUP ने लिया सोशल मीडिया का सहारा
इस कठिन दौर में कुछ छात्रों ने Social Media के माध्यम से Twitter पर रूम रेंट माफ करने आवाज उठाई थी. यह बिल्कुल जनसामान्य की समस्या थी, तो इस मुहिम को सभी वर्गों का जबरदस्त तरीके समर्थन भी मिला. हालांकि सरकार ने रूमरेंट को माफ करने के लिए कोई पहल तो नहीं की, लेकिन सोशल मीडिया पर मुहिम चलने के कारण मकान मालिकों ने स्वयं से रूमरेंट या तो कम किया या फिर माफ कर दिया. इस Twitter Campaign को जो चला रहे थे, उनके नाम है राज सिंह और उनके कुछ दोस्त.
MP STUDENT UNITY GROUP से जुड़े 1 लाख से ज्यादा युवा-
अब “Mp Students Unity “मध्यप्रदेश में बेरोजगारी के खिलाफ और छात्रों के हर मुद्दे को उठाने सबसे बड़ा और प्रमुख संगठन है, जिसपर लगभग 12 हजार युवा जुड़ चुके हैं, और यह युवा मध्यप्रदेश में सभी वर्गों के छात्र और संगठनों जिनमें मध्यप्रदेश युवा बेरोजगार संघ, NEYO, युवा हल्ला बोल, Mp Yuva Shakti, Bhaskarjobs के साथ मिलकर छात्रों और भर्तियों के मुद्दे पर बेबाकी से अपनी आवाज उठा रहे हैं। यह सभी आपसी सामंजस्य के साथ मध्यप्रदेश शिक्षक भर्ती , पटवारी भर्ती को पूरा करवाने लगातार कैंपेन चलाते हैं। हर मुद्दे पर जागरूक और बेबाक युवा छात्रों के जनरल प्रमोशन और पर्यावरण बचाने के लिए बक्सवाहा फॉरेस्ट कैंपेन से भी लगातार जुड़े हुए हैं, जिससे कोरोना के समय सोशल मीडिया के माध्यम से लगातार जरूरी मुद्दों से जुड़े आंदोलनों को देश में नई दिशा और ऊंचाई दी है।