Online desk, Bhopal
-एमपीपीएससी प्रीलिम्स एग्जाम रिव्यू के लिए पढ़े पूरा पोस्ट, वैल्यूएबल नॉलेज का वादा
-मध्यप्रदेश के प्रमुख कोचिंग संस्थान के संचालकों ने भास्करजॉब्स को बताए अपने विचार
-एग्जाम पैटर्न, कटऑफ, फ्यूचर ट्रेंड, तैयारी के लिए स्ट्रेटर्जी जानने का बेहतरीन मौका
Mppsc प्रीलिम्स 2020 का एग्जाम होने के बाद छात्र बस एक ही बात जानना चाहते है, कटऑफ क्या होगा? क्या इतने मार्क्स में प्रीलिम्स क्लीयर हो जायेगा? एग्जाम का ट्रेंड क्यूं चेंज हुआ ? एमपी जीके के क्वैश्चन कम क्यूं पूछे गये? इंग्लिश जब सिलेबस नहीं है, तब इंग्लिश से 17 क्वैशचन क्यूं पूछे गये? ऐसे बहुत सारे सवाल है, जो स्टूडेंट अपने टीचर्स और सोशल मीडिया ग्रुप में पूछ रहे हैं. जिनके जवाब आपको यहां मिल सकते है. भास्करजॉब्स के द्वारा मध्यप्रदेश की प्रमुख कोचिंग संस्थान के संचालकों से बात कर उनके विचार जाने, और एमपीपीएससी प्रीलिम्स एग्जाम रिव्यू (Mppsc Exam Review) किया गया. प्रमुख रूप से यूनिक कोचिंग संस्थान के डायरेक्टर गौरव मरवाह, कौटिल्य एकेडमी के डायरेक्टर राहुल रंगारे, बीआर एकेडमी के डायरेक्टर वीरेन्द्र रघुवंशी, रूद्र आईएएस के डायरेक्टर सीएम मिश्रा, कोठारी इंस्टटीयूट के एचओडी वीरेन्द्र कुमार शर्मा, दर्पण सिविल सर्विसेस के डायरेक्टर राकेश नागर, वीएस एजुकेशन के डायरेक्टर विक्रम सिंह, भाटी कोचिंग के डायरेक्टर योगेन्द्र सिंह भाटी, महात्मा गांधी इंस्टटीयूट के एचओडी समयवीर सिंह, राहुल भेलावे सर, बालाघाट और कई वर्षों से पीएससी की तैयारी कर रहे स्टूडेंटस से बात की गई…
कौटिल्य एकेडमी भोपाल, छिंदवाड़ा के डायरेक्टर राहुल रंगारे-Mppsc Prelims Exam Review 2020
एमपीपीएससी के प्रश्नों का जो स्तर इस वर्ष देखा गया है, वह ठीक है. उसे हम टफ नहीं कह सकते है. बच्चों को अन्य राज्यों के आयोग के पेपर को भी देखना चाहिये. हमार स्तर अब ठीक होता जा रहा है. स्टूडेंटस को विस्तृत तैयारी पर ध्यान देना चाहिये. जो भी कुछ पूछा गया है, वह सिलेबस के अंदर ही है. पीएससी ने प्रश्न पूछने का तरीका थोड़ा बहुत बदला है. अब केवल एक बुक से पढ़कर आप एमपीपीएससी को क्लीयर नहीं कर सकते है. बच्चों को अन्य स्टेंडर्ड बुक्स को भी पढ़ना चाहिये. इसके अलावा क्या पढ़ना है, और क्या नहीं, इसको भी समझना होगा.
एमपीपीएससी कटऑफ 2020 (अनुमानित)
कैटेगरी | मेल | फीमेल |
जनरल | 68-70 | 66-68 |
ओबीसी | 67-69 | 65 |
एससी | 65-66 | 63 |
एसटी | 60-61 | 54 |
पीएच | 65 | 62 |
ईडब्ल्यूएस | 66 | 64 |
यूनिक कोचिंग संस्थान के डायरेक्टर गौरव मरवाह-MPPSC PRELIMS EXAM REVIEW 2020
आयोग के द्वारा इंप्रेसिव चेंज किया है. कुछ कमियां भी देखने को मिली है. संभवत: आयोग उसे भी जल्द ही सुधार लेगा. डायरेक्ट क्वैशन कम पूछे गए है, जो पूछे गये है, वह औसत स्तर के है, जिसके लिए सामान्य स्तर की तैयारी भी बहुत होगी. कुछ क्वैशन डीप पूछे गये है. उससे एग्जाम का स्टेंडर्ड पहले से बेहतर हुआ है. यह ट्रेंड अच्छा है. भविष्य में भी उम्मीद करते है कि आयोग इस ट्रेंड को मेंटेंन करेगा.डेट के क्वैशन पूछे जाना मुझे लगता है, वह सहीं नहीं है.95 परसेंट पेपर क्वालिटि का रहा है. स्टूडेंटस को एमपीपीएससी के अलावा अन्य राज्यों के पीएससी के एग्जाम को भी देखना चाहिये. एमपीपीएससी ने अपने स्टेंडर्ड को बेहतर करने की कोशिश की है. अब बच्चों को तैयारी भी डीप में जाकर करना होगा. जितना अधिक डीप पढ़ेंगे, एग्जाम हॉल में उतना कम कंफ्यूजन होगा…
कैटैगरी | कटऑफ 2020 (अनुमानित) |
जनरल | 70 |
ओबीसी | 68 |
एसटी/एससी | 62/65 |
बीआर एकेडमी के संचालक वीरेन्द्र रघुवंशी
एमपीपीएससी की तैयारी कर रहे स्टूडेंटस को अब हिस्ट्री, पॉलिटी, जॉग्रफी को विस्तृत और स्टेंडर्ड बुक्स से पढ़ना चाहिये. एनसीआरटी को भी देख सकते है. आयोग वन लाइनर क्वैशन पूछ तो रहा है, लेकिन उनकी संख्या कम कर दी है. मेंस को फोकस में रखते हुए प्रीलिम्स की तैयारी की जाना चाहिये. इस ट्रेंड का स्वागत करना चाहिये. यह ट्रेंड कंटीन्यू रहा तो एमपीपीएससी के स्टूडेंटस अब अन्य राज्यों के आयोग के द्वारा ली जा रही परीक्षा में फाइट करने की स्थिति में आ जायेंगे.छात्रों की यह मांग बिल्कुल जायज है कि जब सिलेबस में इंग्लिश नहीं है, तो प्रश्न क्यूं पूछे गये. इंग्लिश के प्रश्नों का सीधा असर फॉरेस्ट की तैयारी कर रहे हिन्दी मीडियम के छात्रों पर देखने को मिल सकता है.
कैटैगरी | कटऑफ 2020 (अनुमानित) |
जनरल | 65-70 |
ओबीसी | 67 |
एसटी/एससी | 62/65 |
रूद्र आईएएस के डायरेक्टर सीएम मिश्रा-Mppsc Exam New Pattern
पैटर्न में कुछ चेंज देखने को मिला है, जिन बच्चों ने एग्जाम की डीप तैयारी की है, वह आसानी से एग्जाम क्रेक कर जायेंगे. इस बार आयोग के द्वारा जो प्रश्न पूछे गये, उन पर विवाद कम देखने को मिला है. पढ़ने वाले बच्चों को आयोग ने रिवार्ड दिया है. उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के स्तर के समान मप्र लोक सेवा आयोग को करने का प्रयास किया गया है.क्वैशचन पूछने में संतुलन देखने को मिला है. हमारे द्वारा बच्चों को नए पैटर्न के हिसाब से क्वैशन तैयार कराये थे, जिनका फायदा हुआ. बच्चे भी शुरू में सोच रहे थे, क्या पढ़ाया जा रहा है, जब वह क्वैशन एग्जाम में आये तब बच्चों के चेहरों पर खुशी थी. थोडे टफ क्वैशचन सिलेक्शन में योगदान देते है, सामान्य क्वैशचन सब हल कर लेते है…
कैटैगरी | कटऑफ 2020 (अनुमानित) |
जनरल | 68-70 |
ओबीसी | 67 |
एसटी/एससी | 60/62 |
दर्पण सिविल सर्विसेस के संचालक राकेश नागर-DISPUTED QUESTION TANTYA BHEEL
इस साल का जो एमपीपीएससी का पेपर आया है, वह थोड़ा हटकर जरूर आया है, लेकिन ऐसा नहीं आया है कि वह किसी से बन न पाये. पेपर में कुछ ऐसे क्वैशचन भी पूछे गये है, जिनके आंसर बुक्स में अलग अलग मिल सकते है. टंटया भील, वित्तीय मूल्यांकन वाले प्रश्न को लेकर आपत्ति दर्ज हो सकती है. जब तक इन प्रश्नों पर पीएससी का ऑफिशियल रूख नहीं आता है, तब तक कटऑफ के बारे में बोलना ठीक नहीं होगा. सीसेट का पेपर एमपी फॉरेस्ट में कटऑफ तय कर देता है. ऐसे में हिन्दी मीडियम के बच्चों पर इंग्लिश के प्रश्नों का असर जरूर देखा जायेगा. संभवत: आयोग इन प्रश्नों को संज्ञान में लेकर उचित कार्यवाही करेगा. नए ट्रेंड को देखते हुए कहा जा सकता है कि स्टूडेंटस को लूसेंट पर निर्भरता कम करना होगा. ऑथेटिंक नोटस, स्टेडर्ड बुक्स को प्रीफर करना होगा.
भाटी कोचिंग के संचालक योगेन्द्र सिंह भाटी- MPPSC CURRENT AFFAIRS QUESTIONS
आयोग ने प्रश्न के पूछने में थोड़ा परिवर्तन किया है. पेपर बहुत कठिन नहीं आया है. यूपीपीसीएस के लेवल को टच करने का प्रयास किया गया है. करंट अफेयर्स, पॉलिटी को ठीक तरह से पूछा गया है. पिछले कुछ वर्षों में पॉलिटी के प्रश्न बहुत कम पूछे जा रहे थे. हिस्ट्री को भी पेपर में उचित स्थान मिला है.हिस्ट्री के प्रश्न भी स्टेडर्ड ही पूछे गये है. इसी तरह एमपी जीके का वैटेज कम किया गया है, जो सही नहीं है. इसका फायदा अन्य राज्यों के छात्रों को निश्चित होगा. एमपी के छात्रों को एमपी जीके के प्रश्न ही सिलेक्शन में मददगार साबित होते थे, जो इस बार नहीं होता दिख रहा है.
कैटैगरी | कटऑफ 2020 (अनुमानित) |
जनरल | 67 |
ओबीसी | 65 |
एसटी/एससी | 60- 63 |
कोठारी इंस्टटीयूट के एचओडी वीरेन्द्र कुमार शर्मा- MPPSC REVIEWS
बिल्कुल सहीं है, कि इस बार क्वैशचन अच्छे तरीके से पूछे गये है. इस तरह के पेपर से नॉलेज की परख होती है. इस स्तर की तैयारी बच्चे करेंगे, तो वह अन्य राज्यों की पीएससी में भी अच्छा प्रदर्शन कर सकते है. आयोग ने डिसीजन मेकिंग, आईक्यू, लॉजिकल अप्रोच वाले क्वैशचन पूछे है. पहले भी इस तरह के पेपर बने है, जैसे 2015, 17 में अच्छा पेपर आया है. ऐसे पेपर आने से अच्छी तैयारी करने वाले बच्चों का सिलेक्शन होता है, और प्रदेश को अच्छा टैलेंट मिलता है. कोठारी इंस्टीटयूट की रिसर्च एवं एनालिसिस विंग के द्वारा प्रश्नों की प्रकृति, पदों की कुल संख्या, आरक्षण के प्रावधान आदि के आधार पर प्रश्नपत्र का गहन विश्लेषण कर कटऑफ मार्क्स घोषित किये गये है…
कैटेगरी | मेल | फीमेल |
जनरल | 138 | 136 |
ओबीसी | 136 | 134 |
एससी | 130 | 124 |
एसटी | 124 | 122 |
ईडब्ल्यूएस | 136 | 132 |
महात्मा गांधी इंस्टटीयूट के एचओडी समयवीर सिंह
पैटर्न बहुत अच्छा है, और आयोग को इस पैटर्न को कंटीन्यू रखना चाहिये. इस तरह पैटर्न पर पूछे जा रहे प्रश्नों से छात्रों की समझ, डिसीजन मेकिंग लेवल की जांच होगी. कोर सब्जेक्ट पर उनकी कितनी पकड़ है, पता चल जायेगा. आयोग ने बेसिक हिस्ट्री, पॉलिटी पर ज्यादा फोकस किया है. इस तरह कह सकते है कि छात्रों को अब तैयारी विस्तृत करना होगा. जिससे पेपर कैसा भी आये वह, उसको आसानी से कर सके. एमपीपीएससी ने स्टेडड बेहतर किया है.
कैटैगरी | कटऑफ 2020 (अनुमानित) |
जनरल | 68-69 |
ओबीसी | 67-68 |
एसटी/एससी | 59- 63 |
विक्रम सर्वशिक्षा समिति (VS Education ) का अनुमान-
विक्रम सेवा समिति के द्वारा करीब 10 हजार स्टूडेंटस के सर्वे के आधार पर एक अनुमान जारी किया है. यह अनुमान स्टूडेंटस का है.
👉60 प्रश्न (120 मार्क्स) से नीचे वाले MPPSC 2021 प्रीलिम्स की तैयारी जोरों से शुरू कर दें –
👉 70 प्रश्न से ऊपर वाले सभी वर्ग के एस्पिरेन्ट्स MAINS की किताबें उठा लें
👉 66 से 70 वाले आशान्वित रहें – आयोग की फाइनल आंसर KEY के लिए
👉62 से 65 वाले आशान्वित रहें – आयोग की फाइनल आंसर KEY के लिए (आरक्षित श्रेणी )
✅ OBC आरक्षित वर्ग की कटऑफ का अनुमान थोड़ा टफ है और भाग्य भरोसे है क्योंकि कोर्ट के आदेश के बाद PSC क्या नया करने वाला है कोई नहीं बता सकता ( हालांकि सही 70 प्रश्न वाले जरूर MAINS की तैयारी जारी रखें )
✅ चूंकि करीब 11 से 12 प्रश्नों पर बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स ने ऑब्जेक्शन लिया गया है तथा आयोग के एक्सपर्ट तय करेंगे कि उन प्रश्नों का क्या भविष्य है अतःफाइनल आंसर शीट पर सब कुछ निर्भर है
11 वां प्रश्न :- टंट्या भील
आपत्ति:- आयोग ने तंद्रा भील सही माना है जबकि हिंदी ग्रंथ अकादमी सहित करीब 1 दर्जन से ज्यादा किताबों में इस नाम का उल्लेख कहीं देखने को नहीं मिलता
पंकज मिश्रा सर, अनुपपुर- CSAT DESPUTED ENGLISH QUE.
कुछ प्रश्न बहुत आसान पूछे गये है, और कुछ प्रश्न घुमाकर पूछे गये है. एग्जाम का स्टेडर्ड ठीक करने का प्रयास किया गया है, जो बिल्कुल ठीक है. इसके अलावा सीसेट में इंग्लिश के प्रश्नों ने हिन्दी मीडियम के छात्रों के साथ अन्याय किया है. सिलेबस में नहीं होने के कारण छात्रों ने इंग्लिश की तैयारी नहीं की, जिस वजह से उनको नुकसान हुआ है.
कैटैगरी | कटऑफ 2020 (अनुमानित) |
जनरल | 65-70 |
ओबीसी | 67 |
एसटी/एससी | 55- 60 |
राहुल भेलावे सर, बालाघाट- राहुल आईएएस एकेडमी- MPPSC ONLINE QUESTION
पेपर की पृष्ठभूमि देखते हुए कहा जा सकता है कि स्टूडेंट को गहन और तार्किक अध्यन करना पड़ेगा. कोर सब्जेक्ट पर फोकस बढ़ाना पड़ेगा. एमपीपीएससी ने अपने स्टेडर्ड को उपर किया है, जो आगे भी रह सकता है. वन लाइनर फैक्ट के बजाय डीप में पढ़ना होगा. नवंबर में होने वाले एग्जाम के लिए छात्रों को अपनी तैयारी इस पेपर को देखकर करना चाहिये…
कैटैगरी | कटऑफ 2020 (अनुमानित) |
जनरल | 70 |
ओबीसी | 68 |
एसटी/एससी | 63- 66 |
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