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रोजगार उत्‍सव में शिवराज सिंह चौहान के इस बयान से  चयनित शिक्षक, पटवारी, सेल्‍समेन और डिस्ट्रिक्‍ट फेसिलिटेटर की धड़कनें तेज

रोजगार उत्‍सव में शिवराज सिंह चौहान के इस बयान से  चयनित शिक्षक, पटवारी, सेल्‍समेन  पसोपेश में

भोपाल. मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को रोजगार उत्‍सव कार्यक्रम में एक बयान से कई सारे सवालों का जवाब दिया है. हांलाकि सीधे तौर पर किसी को जवाब नहीं दिया है, लेकिन उनके बयान के कई आशय निकाले जा रहे है.

उनके इस बयान से सबसे अधिक चयनित शिक्षक, पटवारी और सेल्‍समेन, डिस्ट्रिक्‍ट फेसिलिटेटर की सांसे अटक सकती है. उनके लिए इस रात की सुबह जल्‍द दिखती नहीं है.

दरअसल रोजगार उत्‍सव कार्यक्रम में मप्र के मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सरकार के बजट का बड़ा हिस्‍सा वेतन के वितरण में निकल जाता है. इसी बजट से प्रदेश में विकास कार्य भी करने होते है.

युवाओं के लिए रोजगार की व्‍यवस्‍था भी करना होती है. शिवराज सरकार के गठन के बाद सरकार कई बार कर्ज ले चुकी है. प्रदेश पर करीब 2 लाख करोड़ का कर्ज है. वैसे ये बात अलग है कि राज्‍य सरकार आत्‍मनिर्भर भारत का स्‍लोगन दे रही है, आत्‍मनिर्भर के लिए सरकार खुद कर्ज पर निर्भर है.

ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि चयनित शिक्षक, पटवारी, सेल्‍समेन और  डिस्ट्रिक्‍ट फेसिलिटेटर की नियुक्ति के लिए सरकार फंड कहां से लायेगी.

राज्‍य सरकार के बजट का बड़ा हिस्‍सा जब वेतन पर खर्च हो रहा हो, तब नई नियुक्ति को लेकर सरकार क्‍या कदम उठाती है, इस पर युवाओं की नजरे बनी हुई है.

 

रोजगार उत्‍सव – जीएसडीपी के दो प्रतिशत राशि के बराबर सरकार लेगी कर्ज

विकास के चार महत्वपूर्ण क्षेत्र – खाद्य, उद्योग, नगरीय प्रशासन और ऊर्जा में तेज गति से आवश्यक सुधार लाने से अब मध्यप्रदेश को 18 हजार 134 करोड़ रूपये के अतिरिक्त वित्तीय संसाधन लेने की सहूलियत मिल गई है।

केन्द्र सरकार ने सभी राज्यों के लिये अपनी जीएसडीपी के दो प्रतिशत राशि के बराबर अतिरिक्त बाजार ऋण लेने की अनुमति दी है, इसमें से 1% बिना शर्त अनुमति दी गई है।

शेष 1% बाजार ऋण प्राप्त करने के लिये राज्यों को चार क्षेत्रों में सुधार करने है। मध्यप्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य है, जिसने विकास के चार महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सुधार के कार्य कर 1% अतिरिक्त वित्तीय संसाधन लेने की सहूलियत प्राप्त की है।

रोजगार उत्‍सव -अब तक डेढ़ लाख को रोजगार, लक्ष्‍य बारह लाख का

राज्‍य सरकार अब तक डेढ़ लाख युवाओं को रोजगार और स्‍वरोजगार दे चुकी है. यह सरकार का दावा है. 100 से ज्‍यादा रोजगार मेले भी लगाए है. राज्‍य सरकार ने एक साल में बारह लाख युवाओं को रोजगार देने का लक्ष्‍य रखा है.

रोजगार उत्‍सव -ग्लोबल स्किल पार्क देगा युवाओं को प्रशिक्षण

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि भोपाल के ग्लोबल स्किल पार्क से प्रथम वर्ष में 6 हजार और फिर आगे प्रतिवर्ष 10 हजार युवाओं को कौशल प्रशिक्षण दिया जाएगा।

यह अंतर्राष्ट्रीय स्तर का स्किल पार्क होगा। इसे वर्ष 2022 तक निर्मित करने का लक्ष्य है। वर्ष 2019 में इसका निर्माण ठप्प हो गया था। इसे पुन: गति दी गई है।

मॉडल आईटीआई के माध्यम से भी प्रदेश के संभागीय मुख्यालयों में युवाओं को प्रशिक्षित करने की व्यवस्था की गई है। पुरानी योजनाओं की री-पैकेजिंग भी की जा रही है।

इन सभी कार्यों में धन की कमी नहीं आने दी जाएगी। निवेश के लिए सभी जरूरी सुविधाएँ दी जाएंगी। प्रदेश में हाल ही में प्रारंभ 20 औद्योगिक इकाइयों ने 4 हजार युवाओं को रोजगार दिया है। ये प्रयास जारी रहेंगे।

श्रम सिद्धि अभियान

मुख्यमंत्री  ने कहा कि प्रदेश में 32 लाख नये श्रमिकों को जॉब कार्ड उपलब्ध करवाए गए हैं। करीब 92 लाख श्रमिकों को रोजगार भी दिलवाया गया है। वर्ष 2020-21 में हुआ यह कार्य प्रदेश के इतिहास का सबसे बड़ा रोजगार अभियान भी बन गया।

स्व-सहायता समूहों से मिली मदद

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में रोजगार के माध्यम से विभिन्न वर्गों की आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। स्व-सहायता समूहों के माध्यम से सामग्री के निर्माण और विक्रय का तंत्र सशक्त किया गया है।

करीब पौने तीन लाख नए परिवार लगभग 25 हजार समूह से जुड़े हैं। पर्यटन से रोजगार के अंतर्गत बफर में सफर, नाईट सफारी और धार्मिक स्थानों के विकास के कार्यों से लोगों को आर्थिक संबल मिला है।

रोजगार पोर्टल कारगर सिद्ध होगा

कोरोना काल में रोजगार सेतु पोर्टल के माध्यम से 46 हजार नियुक्तियाँ संभव हो सकी। पोर्टल के माध्यम से 35 हजार नियोक्ता और 7 लाख से अधिक प्रवासी श्रमिक एक प्लेटफार्म पर आकर परस्पर जुड़ सके हैं।

पुलिस में भर्ती के साथ ही अन्य विभागों के करीब 5 हजार रिक्त पद भरने की प्रक्रिया को गति दी गई है। शहरी और ग्रामीण स्ट्रीट वेंडर्स को ब्याज मुक्त ऋण दिलवाया गया है। मध्यप्रदेश में इस योजना के अंतर्गत शहरी क्षेत्र में हुई प्रगति देश में सर्वश्रेष्ठ है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने की युवाओं और नियोक्ताओं से बातचीत

मुख्यमंत्री ने वर्चुअल माध्यम से प्रदेश के विभिन्न जिलों के युवाओं एवं शीर्ष नियोक्ताओं से संवाद भी किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने धार, सतना एवं शिवपुरी जिले के एक-एक युवा, जिन्हें रोजगार प्राप्त हुआ है, से संवाद भी किया।

इनमें सतना, धार और शिवपुरी के युवा श्री धनराज प्यासी, सुश्री रानी मकवाना और सुश्री हर्षवर्धिनी सिसोदिया शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने आयशर ट्रेक्टर, मेजर डिजायर और वर्धमान समूह सहित विभिन्न नियोक्ताओं से भी चर्चा की।

कुछ युवाओं को हैदराबाद, अहमदाबाद और अन्य स्थानों पर नियुक्तियाँ मिली हैं, उन्होंने भी अपने अनुभव बताए। इनमें सुश्री लक्ष्मी बाई, श्री जितेन्द्र धाकड़, श्री योगेश विश्वकर्मा, सुश्री सालिया खान शामिल हैं।

वेलस्पन समूह ने 703 और वर्धमान यार्न बुधनी ने 652 युवाओं को रोजगार दिया है। अन्य उद्योगों ने भी युवाओं को अवसर दिये हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नियुक्ति पाने वाले युवाओं को बधाई दी। नियोक्ताओं को सम्मानित भी किया गया।

 

 

 

 

 

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