BHEL Thrift Society Bhopal देगी 15 लाख का लोन…
बी.एच.ई.ई. थ्रिफ्ट सोसायटी 1 फरवरी को बांटेगी उपहार…
भोपाल. बी.एच.ई.ई. थ्रिफ्ट एंड क्रेडिट सोसायटी (BHEL Thrift Society Bhopal) अपने सदस्यों को लोन 10 लाख से बढ़ाकर 15 लाख देने जा रही है. सोसायटी का एफडीआर 34 करोड़ तक पहुंच गया है.
इसका फायदा बी.एच.ई.ई. थ्रिफ्ट एंड क्रेडिट सोसायटी के सदस्यों को मिलेगा. थ्रिफ्ट एंड क्रेडिट सोसायटी 1 फरवरी को अपने सदस्यों को उपहार बांटने जा रही है. इस कार्यक्रम में मध्यप्रदेश शासन के चिकित्सा मंत्री विश्वास सारंग की अध्यक्षता करेंगे.
उपहार में सदस्यों को एक मिल्टन का टिफिन, थर्मोस्टील वाटर बॉटल और बैग देने जा रही है.थ्रिफ्ट एंड क्रेडिट सोसायटी के सचिव कमलेश नागपुरे ने पत्रकार वार्ता में बताया कि सदस्यों के लिए ऋण ब्याज दर 11 प्रतिशत से घटाकर 9.5 प्रतिशत कर दी गई है.
ऋण सुरक्षा निधि को 1 प्रतिशत से घटाकर 0.5 प्रतिशत किया गया है. वर्ष 2019-20 में सदस्यों को 1 करोड लाभांश बांटा गया है. संस्था का टर्नओवर 1 अरब से अधिक हो गया है.
वहीं वर्ष 2019-20 में सस्था की शुद्व आय 2 करोड़ 64 लाख रूपये हुई थी. संस्था के द्वारा सेवानिवृत कर्मचारियों को भी उपहार दिया जायेगा. नागपुरे ने बताया कि किसी कर्मचारी को जो ऋण राशि दी जाती है, तो उसका इंश्योरेंस कराया जाता है.
अगर असमय किसी सदस्य को मृत्यू हो जाती है, तो उस लोन की राशि को समायोजित कर दिया जाता है. अब तक सोसायटी में सदस्यों की कुल संख्या 800 के पार पहुंच चुकी है…
BHEL Thrift Society Bhopal ने रखा 12 करोड़ का रखा लक्ष्य
संस्था द्वारा संचालित बचत बाजार में इस बार 6 करोड़ से बढ़ाकर 12 करोड़ करने का लक्ष्य रखा है. संस्था ने इस कोरोना काल में बड़ी उपलब्धि हासिल की है. संस्था अपने सभी सदस्यों को 10 हजार तक किराना बिना ब्याज के उपलब्ध करा रही है.
संस्था के द्वारा भविष्य में गारमेंटस और बच्चों के कपड़ों का व्यवसाय भी किया जायेगा. वहीं संस्था इस साल गर्मियों में अच्छी गुणवत्ता की दाल और गेहुं उपलब्ध करायेगी. उल्लेखनीय है कि संस्था भेल कर्मियों को ही ऋण वितरित करती है.
भेल प्रबंधन हर महिने संस्था को 13 करोड़ 65 लाख रूपये 12 तारीख को अकाउंट में क्रेडिट करती है. सचिव कमलेश नागपुरे ने यह भी बताया कि पिछले 4 वर्षों से भेल में कोई नई भर्ती नहीं हुई है. जबकि कर्मचारियों का डेथ रेशो बढ़ गया है. इस वजह से भेल में कर्मचारियों की भारी कमी हो गई है…